Connection Of 7 Chakras And Death: पौराणिक कथाओं के अनुसार, पूरे ब्रह्मांड में ऊर्जा समाहित है। मानव शरीर भी इसी ऊर्जा से बना है। पूरे शरीर में ऊर्जा के 7 केंद्र हैं, जिन्हें ज्योतिष शास्त्र में चक्र कहा जाता है। मेडिटेशन करने से यह 7 चक्र जागृत होते हैं। सातों चक्र रीढ़ की हड्डी से लेकर मस्तिष्क तक फैले हुए हैं और हर चक्र का अपना एक महत्व है। शरीर में निहित ऊर्जा इन्हीं चक्रों की देन है।
इन चक्रों के नाम हैं- मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपुर, अनाहत, विशुद्ध, आज्ञा, सहस्त्रार। इन्हीं चक्रों पर मानव जीवन आधारित है। इन्हीं चक्रों का जीवन-मृत्यु से खास कनेक्शन है। यही चक्र मानवीय विचारों, भावनाओं, यादों, अनुभवों और कर्मों का कारक बनते हैं, लेकिन यह 7 चक्र क्या हैं? मृत्य का रहस्य क्या है? मानव जीवन में इन चक्रों का क्या महत्व हैं, इस बारे में क्या कहते हैं पंडित सुरेश पांडेय से सुनिए…