Farmers protest: खनौरी बॉर्डर पर पुलिस व किसानों के बीच झड़प के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान वापस नहीं जाएगा। उनका कहना था कि किसान की आदत हारकर वापस जाने की नहीं है। किसानों की वापसी का एक ही रास्ता है बातचीत। उन्होंने कहा कि बातचीत से ही समाधान निकलेगा और समाधान ही किसानों की वापसी का एकमात्र उपाए है। खनौरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत और एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। यहां किसान दिल्ली की तरफ कूच करना चाहते हैं। लेकिन किसान नेता सरवन सिंह पंढेर अभी आगे बढ़ने के हक में नहीं है। मीडिया में दिए बयानों में उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने पर कल निर्णय लिया जाएगा।
आगे की रणनीति होगी तैयार
राकेश टिकैत ने आगे कहा कि 22 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक है। इस बैठक में ही आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि खनौरी बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों पर गोलियां दागी। किसानों पर आंसू गैस के गोले चलाए गए, जिसे पूरा देश देख रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारों का किसानों पर किए जा रहे इस अन्याय के खिलाफ ही किसान जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं, किसानों ने आज भी अलग-अलग जगह जिला प्रशासन कार्यालयों में अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपे। किसानों की मांग है कि MSP बढ़ाई जाए। मसालों की खरीद के लिए आयोग बने। किसान आंदोलन में शहीद हुए लोगों को मुआवजा मिले और परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाए।