Bharat Band Protest Impact on Politics: देश के दो बड़े राज्यों- बंगाल और महाराष्ट्र में आंदोलन के बीच भारत बंद। ऐसे में इस आंदोलन का कितना असर हुआ, बहुत सी जगहों पर उम्मीद की जा रही थी कि 2 अप्रैल 2018 जैसी बात हो जाएगी, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला। शायद इसलिए कि आंदोलन को लेकर दलित समुदाय खुद बंटा हुआ था। इस बीच चिराग पासवान आरक्षित वर्ग के लिए नई उम्मीद बनकर उभरे हैं। भारत बंद को लेकर जहां जालंधर में वाल्मीकि समाज के लोग मिठाइयां बांट रहे थे, वहीं बिहार में आंदोलन जबरदस्त आकार लेता हुआ दिखा। सभी राज्यों में सबसे ज्यादा बिहार और राजस्थान में इसका असर देखा गया।
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एक तरफ चिराग पासवान थे, तो दूसरी तरफ जीतन राम मांझी। मांझी ने आरक्षण में उपवर्गीकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वागत किया तो चिराग पासवान ने विरोध जताया। भारत बंद पर मांझी विरोध में थे तो चिराग पासवान समर्थन में। ऐसे में सरकार चीजों को अपने तरीके से परख रही है। पूरा मामला समझने के लिए देखिए यह वीडियो –