Ajit Pawar: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को लेकर प्रदेश की राजनीति गर्म है। दरअसल, डिप्टी सीएम इन दिनों राज्य में ‘जन सम्मान यात्रा’ कर रहे हैं। यात्रा के दौरान विपक्ष, चाचा शरद पवार और बहन सुप्रिया सुले को लेकर उनके दिए गए बयान मीडिया में सुर्खियां बटोर रहे हैं। शुक्रवार को अजित पवार ने कहा कि विपक्षी दलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि वे भी लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि मनोज जरांगे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तहत कोटा चाहते हैं। इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई थी लेकिन विपक्ष इससे दूर रहा। मुझे नहीं पता कि विपक्ष ने जानबूझकर ऐसा किया या नहीं।
इससे पहले अजित पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए उनके और उनके चाचा शरद पवार के बीच कोई मुकाबला नहीं है। उनका कहना था कि वे दोनों अलग अपना चुनाव अभियान चला रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने मीडिया को दिए अपने एक बयान में दिग्गज नेता शरद पवार के जाति जनगणना की मांग का समर्थन किया था। इसके अलावा हाल ही में अजित पवार ने कहा था कि लोकसभा चुनाव में बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को चुनाव मैदान में उतारना उनकी बड़ी गलती थी। लेकिन ये एनसीपी के संसदीय बोर्ड का फैसला था।