नई दिल्ली: 21वीं सदी में कोई भी घर ऐसा नहीं होना चाहिए जो सीवर नेटवर्क से जुड़ा न हो। दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को जल बोर्ड अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को पूरी दिल्ली में सीवर लाइन बिछाने के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के हर घर को आधुनिक सीवर लाइन से जोड़ने के लिए केजरीवाल सरकार दिन-रात काम कर रही है।
उपाध्यक्ष ने बैठक में इस बात पर भी जोर दिया की सीवर लाइन के विस्तार के साथ साथ एसटीपी की क्षमता को भी बढ़ाना होगा, जिससे घरों से निकलने वाले गंदे पानी का सही ट्रीटमेंट हो सके और यमुना को जल्द पूरी तरह स्वच्छ बनाया जा सके। उन्होंने कहा आधुनिक सीवेज नेटवर्क एक बुनियादी सुविधा है जो दिल्ली में रहने वाले प्रत्येक नागरिक को मिलनी चाहिए। इससे उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा और वे सामाजिक व आर्थिक लाभ के साथ पर्यावरण को भी बेहतर बना पाएंगे।
डीजेबी उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने का भी निर्देश दिया, जिन्हें अभी तक आधुनिक सीवेज सिस्टम से जोड़ा जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि यमुना किनारे बसे घरों और कॉलोनियों के खुले नालों को सीवर लाइन से जोड़कर उनसे निकलने वाले पानी की ट्रीटमेंट की जाए। उपाध्यक्ष ने कहा 2025 तक यमुना नदी को साफ करने के केजरीवाल सरकार के उद्देश्य को पूरा करने के लिए सीवर लाइनों का विस्तार बहुत आवश्यक हैं।
3 लाख लोगों को फायदा
केजरीवाल सरकार ने बिजवासन की 6 अनाधिकृत कॉलोनियों और एक गांव में 26.5 किमी की सीवर लाइन बिछाने का फैसला लिया है। इससे करीब 50 हजार की आबादी को फायदा होगा। वहीं, 1.5 एमजीडी पानी को ट्रीट किया जा सकेगा। इसके अलावा नजफगढ़ में 82.79 किलोमीटर सीवर लाइन नेटवर्क बिछाया जाएगा। इसके तहत 21 अनधिकृत कॉलोनियों समेत 1 गांव की करीब 1 लाख 65 हजार आबादी को फायदा होगा, साथ ही 4.75 एमडीजी पानी को दिल्ली जल बोर्ड ट्रीट कर पाएगा। शिकारपुर में 17.25 किमी की सीवर लाइन बिछाई जाएगी, जिससे 20 हजार लोगों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा देवली व संगम विहार की 12 अनाधिकृत कॉलोनियों में 35 किमी सीवर लाइन और बुराड़ी में 24 किमी की सीवर लाइन बिछाई जाएगी। इसे यहां रहने वाले 30 हजार लोगों को लाभ मिलेगा। सीवर लाइन बिछने के बाद क्षेत्र के करीब 3 लाख निवासियों को लाभ होगा।