Stingray How Became Pregnant: अमेरिका के एक एक्यूरियम में रखी गई एक मछली प्रेग्नेंट हो गई थी। वैज्ञानिक हैरान थे कि जब ये स्टिंग्रे मछली किसी मेल के संपर्क में आई ही नहीं तो प्रेग्नेंट कैसे हो गई? ऐसे में एक मेल शार्क पर शक जताया जा रहा था, जो कुछ समय के लिए इस मछली के साथ एक्यूरियम में रखा गया था।
कैसे प्रेग्नेंट हुई थी स्टिंग्रे मछली ?
अब वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि स्टिंग्रे मछली के प्रेग्नेंट होने के पीछे शार्क का कोई लेना देना नहीं है। मतलब शार्क बेगुनाह है और उस पर इस तरह के झूठे आरोप लगाए गए थे। वैज्ञानिकों ने यह भी खोज निकाला कि आखिर स्टिंग्रे मछली प्रेग्नेंट कैसे हुई थी।
पार्थेनोजेनेसिस क्या होता है?
जांच में पता चला कि स्टिंग्रे मछली ने पार्थेनोजेनेसिस की वजह से गर्भवती हुई है। दरअसल पार्थेनोजेनेसिस एक दुर्लभ प्रकार का अलैंगिक प्रजनन होता है जिसमें कुछ जानवर खुद ही प्रेग्नेंट हो जाते हैं। पार्थेनोजेनेसिस की वजह से प्रेग्नेंसी कुछ कीड़ों, मछलियों, उभयचरों, पक्षियों और सरीसृपों में हो सकती है, लेकिन स्तनधारियों जानवरों, कीड़ों में ये संभव नहीं।
यह भी बताया गया कि चार्लोट नाम की स्टिंग्रे मछली कम से कम आठ सालों से अपनी प्राजति के किसी नर के साथ नहीं रही है। स्टिंग्रे खुद ही प्रेग्नेंट हुई है, शार्क के ऊपर जताया जा रहा शक गलत साबित हो गया है। अब इस एक्यूरियम में संचालक और इस मामले को देख रहे वैज्ञानिकों ने राहत की सांस ली है।
स्टिंग्रे एक लुप्तप्राय प्रजाति की मछली है। बताया गया कि ये 650 फीट से अधिक नीचे गोता लगा सकती हैं और प्रति दिन सैकड़ों मील तैर सकती हैं। ये छोटे कीड़े, केकड़े और मोलस्क खाते हैं और शार्क, सील और विशाल समुद्री जानवर इनका शिकार करते हैं।