नई दिल्ली: देश में कई कानून मौजूद हैं। इन कानूनों की मदद से देश में अलग-अलग मुद्दों को हल करने की कोशिश की जाती है। इन्हीं में से एक बेनामी कानून पर भी समय-समय पर काफी चर्चाएं होती रहती हैं। इस बीच ‘जेएमआरके लीगल एसोसिएट्स’ के संस्थापक और ‘लेक्सिस नेक्सिस कॉम्प्रिहेंसिव गाइड ऑन बेनामी लॉ’ के लेखक राज कुमार नाहटा इन दिनों अपनी किताब को लेकर सुर्खियों में हैं। दरअसल, राज कुमार नाहटा ने Benami Law पर एक Comprehensive Guide लॉन्च की है जो कि बेनामी कानून को लेकर काफी सुर्खियां बटोर रही है।
जटिलताओं पर व्यापक गाइड
‘जेएमआरके लीगल एसोसिएट्स’ के संस्थापक और ‘Lexis Nexis’s Comprehensive Guide on Benami Law’ के लेखक राज कुमार नाहटा बहुमुखी पेशेवर हैं, जो वर्तमान में एक वकील के रूप में प्रैक्टिस कर रहे हैं। नाहटा का कहना है कि Lexis Nexis’s Comprehensive Guide on Benami Law बेनामी कानून और उसके न्यायशास्त्र के आसपास की जटिलताओं पर एक व्यापक गाइड है। इसके जरिए भारत में बेनामी लेनदेन से संबंधित प्रत्येक पहलू का महत्वपूर्ण विश्लेषण मिलता है।
दोनों पक्षों के विचार
यह पुस्तक बेनामी कानून की उत्पत्ति, इतिहास और विकास का पता लगाती है और प्रिवी काउंसिल और विभिन्न अन्य न्यायालयों के निर्णयों से उकेरे गए दोनों पक्षों के विचारों को शामिल करके एक निष्पक्ष तस्वीर पेश करती है। इसमें बेनामी लेनदेन, ऐसे लेनदेन को दी गई न्यायिक मान्यता और अंग्रेजी कानून के प्रभाव की सीमा के कारण होने वाली समस्याओं को भी शामिल किया गया है।
वर्तमान समय में प्रासंगिक
राज कुमार नाहटा का कहना है कि यह किताब सुप्रीम कोर्ट के 23 अगस्त 2022 फैसले भारत संघ और अन्य बनाम गणपति डीलकॉम प्रा. लिमिटेड [विशेष अवकाश याचिका (सिविल) संख्या 2784/2020] का गहन विश्लेषण प्रदान करती है, जो वर्तमान समय में बहुत प्रासंगिक है। विशेष रूप से इस तथ्य पर विचार करते हुए कि उक्त अगस्त के फैसले के खिलाफ पहले ही एक समीक्षा दायर की जा चुकी है और Apex Court के जरिए जल्द सुनवाई की संभावना है। यह किताब उन मुद्दों को व्यवस्थित रूप से उजागर करके समाप्त होती है जो अभी भी अनुत्तरित हैं और भारत में बेनामी कानून पर कुछ सिफारिशें प्रदान करती हैं। Nexis’s Comprehensive Guide on Benami Law ऑफलाइन और ऑनलाइन स्टोर में उपलब्ध है।
सतीश उपाध्याय रहे शामिल
इस कार्यक्रम में बीजेपी की दिल्ली इकाई के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय भी शामिल हुए। उन्होंने इस बुक को लेकर कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी लगातार देश में करप्शन खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। इस क्रम में कई कदम भी उठाए गए हैं। वहीं राज कुमार नाहटा की ओर से लिखी गई यह किताब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश में जीरो करप्शन की नीति लेकर एक माइलस्टोन साबित होगी। साथ ही इस बुक की मदद से देश में बेनामी कानून को लेकर भी लोगों में जागरूकता आएगी।
हितधारकों के लिए लाभकारी
वहीं राज कुमार नाहटा का कहना है कि यह किताब भारत में बेनामी कानून के क्षेत्र में कानूनी अभ्यास के साथ-साथ प्रशासन या अधिनिर्णय में शामिल सभी हितधारकों के लिए अत्यधिक लाभकारी होगा। बेनामी कानून की अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए यह किताब कानून के सभी छात्रों के लिए और मददगार साबित होगी। इस किताब को 19 जनवरी 2023 को दिल्ली के कनॉट प्लेस में लॉन्च किया गया है।
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