Prayagraj Mahakumbh 2024 :आगरा के पेठा कारोबारी की बेटी ने महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में सन्यास ले लिया था लेकिन अब इस मामले को लेकर कठोर कदम उठाया गया है। लड़की के संन्यास को वापस ले लिया गया है और उसे सन्यासी बनाने वाले महंत पर एक्शन लिया गया है। दीक्षा दिलाने वाले महंत कौशल गिरि को 7 साल के लिए जूना अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया। उन पर आरोप लगा है कि नाबालिग को गलत तरीके से शिष्य बनाया था।
श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के संरक्षक हरि गिरि महाराज ने कहा- यह अखाड़े की परंपरा नहीं रही है कि किसी नाबालिग को संन्यासी बना दें। बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है। नाबालिग राखी आगरा की रहने वाली है। 5 दिसंबर को वह अपने परिवार के साथ महाकुंभ आई थी। यहां वह नागाओं को देखकर प्रभावित हुई थी और सन्यासी बनाने का फैसला किया था।
राखी से बनी थी गौरी महारानी
इसके बाद राखी ने परिवार के साथ घर लौटने से मना कर दिया था और सन्यासी बनने की इच्छा जताई थी। बेटी की जिद पर मां-बाप ने भी उसे जूना अखाड़े के महंत कौशलगिरि को दान कर दिया। महंत कौशलगिरि ने राखी का नाम बदलकर गौरी गिरि महारानी रख दिया था। इसी के बाद राखी चर्चाओं में आ गई थी।
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बता दें कि 19 जनवरी को राखी का पिंडदान होना था। इसको लेकर महंत कौशल गिरि ने पूरी तैयारी कर ली थी लकिन इससे पहले अखाड़े की सभा में इस पर चर्चा हुई और राखी के संन्यास की वापसी पर सहमति बनी और महंत को निष्कासित कर दिया गया।