Lionel Messi Controversy: कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में फुटबॉलर मेसी के कार्यक्रम में हुए हंगामे के बाद पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री अरूप बिस्वास ने इस्तीफा दिया है. जिसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंजूर कर लिया गया है. युवा भारती स्कैंडल को लेकर चल रहे हंगामे के बीच अरूप बिस्वास से खेल विभाग छोड़ने को कहा गया था. सॉल्ट लेक स्टेडियम के CEO डीके नंदन को भी पद से हटा दिया गया. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस मामले में कड़ा एक्शन लिया है. मामले की जांच के लिए ममता सरकार ने 4 सदस्यों की SIT का गठन किया है, जिसमें सभी IPS अधिकारी को शामिल किया जाएगा. SIT की रिपोर्ट के मुताबिक जिम्मेदारी तय होगी
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क्यों भड़के थे मेसी के फैंस?
दरअसल, अर्जेंटीना के फेमस फुटबॉलर लियोनल मेसी 3 दिन के इंडिया दौरे पर आए थे। मेसी 13 दिसंबर को करीब रात 2.30 बजे कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे थे। अगले दिन सुबह 11 बजे मेसी ने कोलकाता में अपने 70 फीट ऊंचे स्टैच्यू का वर्चुअल इनेगोरेशन किया. मेसी को सॉल्ट लेक स्टेडियम में करीब 1 घंटे तक रहना था, लेकिन वो 22 मिनट में वहां से चले गए. मेसी के फैन्स उनसे मिलने के लिए इंतजार कर रहे थे, लेकिन मेसी के इस तरह से चले जाने से उनका पारा हाई हो गया. गुस्साए फैंस ने स्टेडियम में तोड़फोड़ शुरू कर दी. जिससे वहां भगदड़ मच गई.
ममता को माफी मांगनी पड़ी
कोलकाता में हुए हंगामे को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को माफी मांगनी पड़ी थी. घटना के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर ममता सरकार से डिटेल्ड रिपोर्ट मांगी थी. इस मामले में इवेंट के मुख्य आयोजत सताद्रू दत्ता को गिरफ्तार कर लिया गया. इवेंट ओर्गेनाइजर्स ने वादा किया कि वो टिकट का पैसा लौटा देंगे. वहीं भारतीय फुटबॉल फेडरेशन ने ये साफ कर दिया है कि इस इवेंट में उनकी कोई जवाबदेही नहीं है.
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