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पश्चिम बंगाल

भारत करने जा रहा है अपनी सबसे खतरनाक मिसाइल का परीक्षण, 3240km की रेंज तक हो जाएगा दुश्मन का सफाया

बंगाल की खाड़ी में मिसाइल परीक्षण को लेकर नोटम जारी किया गया है, एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप के पास नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है. 24 दिसंबर 2025 को करीब 3240 किलोमीटर रेंज वाली मिसाइल की टेस्टिंग से भारत की समुद्री और रणनीतिक ताकत को बड़ी मजबूती मिलने की संभावना है.

Author Written By: Pawan Mishra Updated: Dec 19, 2025 16:15

बंगाल की खाड़ी में जारी किया गया है नोटम,अब्दुल कलाम द्वीप के पास नो फ्लाई जोन के लिए जारी किया गया है नोटम,डीआरडीओ से मिली जानकारी के मुताबिक 24 दिसंबर 2025 को एक बड़ा मिसाइल प्रशीक्षण होगा जिसकी रेंज करीब 3240 किलोमीटर तक हो सकती है. आपको बता दे कि पहले इस मिसाइल की टेस्टिग 1 से 4 दिसंबर के बीच होने वाली थी लेकिन सुरक्षा कारणों से इसकी तारीख को बढ़ा दिया गया था. अब 24 दिसंबर को इसकी टेस्टिग होने की संभावना बताई जा रही है. सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह मिसाइल मीडियम रेंज सिस्टम को होगा,यानी यह ब्रम्होस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का वेरिंएट है ऐसा माना जा रहा है.

क्यों होता है नोटम,न्यूज 24 आपको बताएगा इसके बारे में

नोटम का मतलब एक खास और तत्काल चेतावनी से है. यानी आकाश मार्ग में सेना की तरफ से अगर कोई एक्टिविटी करने का प्लान होता है तो उससे पहले एक चेतावनी दी जाती है कि इस इलाक में कोई भी आकशीय गतिविधि ना की जाए. यहां तक की एयरलाइंस के भी उड़ने की अनुमति नहीं दी जाती है. टेस्टिग के दौरान विस्फोट या मिसाइल के रास्ते में बचाव करने के लिए पूरी सुरक्षा का पैमाना तो तय किया ही जाता है साथ ही कई किलोमिटर लंबा कॉरिडोर को चिन्हित करके वहा आम लोगों की गतिविधियों को बंद कर दिया जाता है. आपको बता दे कि इस नोटम यानी नोटिफिकेशन में बंगाल की खाड़ी के पूर्वी हिस्से में 3550 किमी लंबा कॉरिडोर चिह्नित किया गया है. यह पूरा इलाका ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से शुरू होकर हिंद महासागर की ओर फैला है. मेजर जनरल राजन कोचर के मुताबिक अगर यह टेस्टिग सफल साबित हो गई तो इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत के रक्षा क्षेत्र में न्यूक्लियर और समुद्री क्षमता को और मजबुती मिलेगा. क्योकि 3240 किलोमीटर रेंज वाला समुद्री मिसाइल टेस्ट भारत की लॉन्ग-रेंज स्ट्राइक क्षमता को साबित करने की दिशा में एक बड़ा कदम बन जाएगा. क्योकि चीन और पाकिस्तान की तरफ से लगातार समुद्री सीमा के नजदीक गड़बड़ी करने की कोशिश रहती है. यानी टेस्टिंग सफल होना दोनो दुश्मन देश के लिए एक खतरे की तरह सामने आएगा.

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First published on: Dec 19, 2025 04:10 PM

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