के जे श्रीवत्सन, जयपुर: राजस्थान से होकर गुजरने वाली देश की पहली सेमी हाई स्पीड बुलेट ट्रेन ‘वंदे भारत’ का राजस्थान में भी ट्रायल पूरा हो गया है। इस ट्रायल के तहत 180 किलोमीटर की रफ़्तार से दौड रही इस ट्रेन की सीट पर पानी से भरा हुआ गिलास रखा गया लेकिन इतनी स्पीड होने के बावजूद ट्रेन के अंदर भरे गिलास से पानी की एक बूंद तक नहीं छलकी।
इससे पहले कोटा से नागदा के बीच 160 किलोमीटर की रफ़्तार से इस ट्रेन का ट्रायल हुआ था, जिसके बाद इसकी फुल स्पीड से यह सफल ट्रायल भी कर लिया गया। जिसके बाद जल्द ही राजस्थान के 4 बड़े शहरों से देश की पहली सेमी हाई स्पीड बुलेट ट्रेन ‘वंदे भारत’ के 180 की स्पीड से चलने का रास्ता भी खुल गया है।
यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन 24 अगस्त को कोटा स्टेशन पर स्पीड ट्रायल के लिए पहुंची थी, कोटा में इसके 6 ट्रायल हुए। पहला ट्रायल कोटा और घाट का बराना, दूसरा घाट का बराना और कोटा, तीसरा कुर्लासी और रामगंज मंडी के बीच डाउन लाइन पर, चौथा और पांचवां कुर्लासी और रामगंज मंडी और छठवां रामगंज मंडी और लबान डाउन लाइन पर हुआ। ट्रायल के दौरान ट्रेन की स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा थी। पानी का भरा हुआ गिलास रखकर ये ट्रायल किए गए, लेकिन 180 की स्पीड के बावजूद इसमें झटका तक नहीं लगा और पानी नहीं छलका।
ट्रायल के ख़त्म होने के बाद जब इसे हरी झंडी मिलेगी तो यह ट्रेन जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर शहरों से होकर गुजरते हुए दिल्ली तक चलेगी। रफ़्तार अधिक होने के चलते जहाँ जयपुर से दिल्ली पहुंचने में अभी 4.50 घंटे से भी ज्यादा टाइम लगता है। इस ट्रेन से ये सफर महज 1 घंटे 45 मिनट में यह सफ़र पूरा हो जाएगा। इसकी सीटों की ख़ास बात यह भी होगी की यूरोपियन स्टाइल में लगी लग्जरी सीटों को पैसेंजर किसी भी दिशा में घुमा सकेंगे।
राजस्थान में इस ट्रेन का शेड्स जोधपुर में भगत की कोठी पर 150 करोड़ रूपये की लागत से बनेगा। हालाँकि जयपुर- जोधपुर, कोटा और उदयपुर से इसका किराया कितना रहने वाला है, ये कौन से-कौन से स्टेशन पर रुकेगी, यह अभी तय नहीं है। लेकिन, इसमें दो तरह के कोच होंगे। वैसे अभी दिल्ली से वाराणसी चल रही वंदे भारत ट्रेन के चेयर कार का किराया करीब 1800 और एग्जीक्यूटिव कोच का 3 हजार रुपए से ज्यादा है।
राजस्थान के विभिन्न शहरों में ये ट्रेन चलाने के लिए 500 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन राजस्थान में पांच स्टेशन पर आएगी। वहीं जयपुर, मदार, अजमेर, उदयपुर, श्री गंगानगर व जोधपुर में मेंटेनेंस डिपो तैयार किए जाएंगे। इन डिपो के लिए स्वीकृति मिल चुकी है।