Thursday, 28 March, 2024

---विज्ञापन---

Lucknow News: खेतों में कटीले तारों पर यूपी सरकार ने लगाई रोक, पशुओं के प्रति क्रूरता की तो जाएंगे जेल

Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने खेतों में लावारिश पशुओं के प्रवेश को रोकने के लिए लगाए जाने वाले कटीले तारों के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। प्रदेश सरकार की ओर से इस संबंध में राज्य के सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी किए गए हैं। यह आदेश तत्काल […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Sep 26, 2022 11:49
Share :

Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने खेतों में लावारिश पशुओं के प्रवेश को रोकने के लिए लगाए जाने वाले कटीले तारों के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। प्रदेश सरकार की ओर से इस संबंध में राज्य के सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी किए गए हैं। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। बता दें कि प्रदेश के कई जिलों में आवारा पशुओं का आतंक है। ये पशु किसानों की फसलों को बर्बाद कर देते हैं। लिहाजा किसान खेतों के चारों स्टील के कटीले तारों का इस्तेमाल करते हैं।

सरकार की ओर से कटीले तारों का विकल्प दिया गया

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे की ओर यह आदेश जारी किया गया है। आदेश में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि किसानों की ओर से खेतों की घेराबंदी के लिए लगाए गए कटीले और ब्लेडनुमा तारों का प्रयोग तत्काल प्रभाव से प्रतिबिंधित है। आदेश में लिखा है कि सभी जिलाधिकारियों को सूचित किया जाता है कि अपने जनपद में इस व्यवस्था को लागू कराना सुनिश्चित करें। साथ ही सरकार की ओर से कहा गया है कि पशु क्रूरता को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह आदेश उत्तर प्रदेश गो-सेवा आयोग के साथ हुई बैठक के बाद दिया गया है।

अभी पढ़ें अमरोहा में आधार कार्ड दिखाने के बाद ही दावत खाने दी, आधे से ज्यादा बाराती लौटे भूखे, देखें

खेतों में करंट वाले तार भी लगाते हैं कई किसान

जानकारी के मुताबिक प्रदेश के कई जिलों में लावारिश पशुओं का आतंक है। खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश लावारिश गायों, नीलगायों और अन्य जंगली जानवरों से फसलों को काफी नुकसान होता है। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के कई गांवों में तो किसानों द्वारा झटका तारों (बिजली करंट) का भी इस्तेमाल किया जाता है। वहीं आगरा के ही खंदौली कस्बे के कुछ गांवों में खेतों के चारों पुरानी साड़ियां लगाकर किसान अपनी फसलों की रक्षा करते हैं। किसानों का कहना था कि आवारा पशु खेतों में काफी नुकसान पहुंचाते हैं।

अभी पढ़ें दलित ने किया पोस्टमॉर्टम तो अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचे रिश्तेदार, अकेले बाइक पर शव ले गए सरपंच के पति

पशुओं के कारण दो गांवों में हुआ था तनाव

पिछले साल आगरा और हाथरस जिलों की सीमा से सटे गांवों में आवारा पशुओं के कारण भारी तनाव हो गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक सीमा से सटे आगरा जिले के एक गांव में लावारिश गायों को आतंक था। गांव वालों ने सभी गायों को इकट्ठा करके हाथरस जिले की सीमा में छोड़ दिया। वहीं आगरा की सीमा से सटे हाथरस जिले के गांव वालों को मामले की जानकारी हो गई। इसी बात को लेकर दोनों जिलों के गांववालों में तनाव हो गया। दोनों जिलों की पुलिस फोर्स ने कई दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति को काबू में किया था।

अभी पढ़ें – प्रदेश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें

Click Here – News 24 APP अभी download करें

First published on: Sep 22, 2022 12:10 PM
संबंधित खबरें