Kanpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) में सुपरटेक बिल्डर के ट्विन टावर (Twin Tower) को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गिरा दिया गया। कोर्ट ने इसे अवैध और गुणवत्ताहीन माना था। वहीं अब यूपी के कानपुर (Kanpur) की एक हाउसिंग सोसायटी (Housing Society) में रहने वाले लोगों ने सोसायटी के गेट पर बैनर लगा दिया है। इसमें लिखा है, ‘योगी जी… ध्वस्त करा दीजिए, हमारा अपार्टमेंट’। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने बिल्डर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा है कि कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है।
सैकड़ों फ्लैटों में रहते हैं शहर के नामी लोग
यह मामला कानपुर का है। यहां की केडीए रेजीडेंसी शहर की नामी हाउसिंग सोसायटी है। सैकड़ों फ्लैट वाली इस सोसायटी में रसूखदार लोग रहते हैं। लोगों का कहना है कि उन्होंने कानपुर विकास प्राधिकरण से यह फ्लैट खरीदे थे। शनिवार को इन फ्लैटों में रहने वाले लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि इमारतें अभी से जीर्ण-शीर्ण हो गई हैं। कई इमारतों में दरारें आ गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिल्डर और कानपुर विकास प्राधिकरण ने उनके साथ किए वादे को नहीं निभाया है। उनके साथ धोखा हुआ है।
Uttar Pradesh | Residents of KDA residency society in Kanpur ask CM Yogi to demolish their apartments, claiming "severe cracks have appeared in the buildings" (17.09) pic.twitter.com/X9GdfeQ8Q4
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 18, 2022
फ्लैटों में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने का आरोप
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इमारतों में बड़ी और गहरी दरारें दिखाई देने लगी हैं। लोगों ने आरोप लगाया है कि जो गुणवत्ता बताकर उन्हें अपार्टमेंट में फ्लैट दिए गए थे वह नहीं हैं। इन फ्लैटों में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायत के बाद भी केडीए के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने बताया कि अधिकारियों ने कागजों में हेराफेरी करके उनके साथ धोखा किया है।
अपार्टमेंट के लोगों ने योगी सरकार से लगाई गुहार
बिल्डर और केडीए के खिलाफ स्थानीय लोगों ने काफी देर तक विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने अपार्टमेंट के मुख्य गेट पर एक बैनर लगा दिया। इस बैनर में लिखा हुआ है कि योगी जी, ध्वस्त करा दीजिए, हमारा अपार्टमेंट। वहीं जानकारी के मुताबिक केडीए के अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को आशंका है कि कोई गंभीर हादसा न हो जाए। प्रदेश सरकार से मामले में कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
नोएडा में सुपरटेक के ट्विन टावर किए थे ध्वस्त
नोएडा में सुपरटेक बिल्डर की ओर से एमरॉल्ड कोर्ट में बनाए गए ट्विन टावर के खिलाफ लोगों ने कोर्ट की शरण ली थी। काफी लंबे समय तक चले मामले में आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने ट्विन टावर को गिराने के आदेश किए थे। सुपरटेक के इन ट्विन टावर को 28 अगस्त को विस्फोटकों से जमींदोज कर दिया गया था। बता दे कि सबसे पहले इन ट्विन टावर के अवैध निर्माण का आरोप लगा था। इसके बाद मामले की जांच में प्राधिकरण के कई अधिकारियों की लापरवाही और मिली भगत सामने आई थी। गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हुए थे।