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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

क्या है फ्लैटेड फैक्ट्री? नोएडा एयरपोर्ट के पास 125 करोड़ की लागत से होगी तैयार, मिलेगा युवाओं को रोजगार

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में एयरपोर्ट के पास 125 करोड़ की लागत से फ्लैटेड फैक्ट्री बनने जा रही है। ये क्या होती है और इससे युवाओं को किस तरह रोजगार मिलेगा, पढ़ें ग्रेटर नोएडा से प्रवीण विक्रम सिंह की रिपोर्ट।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Pushpendra Sharma Updated: Jun 8, 2025 20:25
flatted factory
प्रतीकात्मक फोटो। Credit-Pixabay

Greater Noida News: नोएडा एयरपोर्ट के पास यमुना सिटी क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्ट्री को बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSME) को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से यमुना सिटी के सेक्टर 28 में फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण होगा। इसका निर्माण होने से लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। फैक्ट्री को बनाने की कुल लागत 125 करोड़ होगी। यमुना प्राधिकरण के अधिकारी की तरफ से दावा किया गया है कि आने वाले दो साल में यह फैक्ट्री बनकर तैयार हो जाएगी। जिस सेक्टर 28 में फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण होगा, उसी सेक्टर में मेडिकल डिवाइस पार्क भी बन रहा है।

क्या होती है फ्लैटेड फैक्ट्री? 

फ्लैटेड फैक्टरी एक बहुमंजिला औद्योगिक भवन होता है। जिसमें एक के बजाय कई व्यवसायों का समायोजन एक साथ किया जाता है। आसान भाषा में कहें तो एक छत के नीचे एक से अधिक फैक्ट्रियां एक साथ चल सकती हैं। उत्तर प्रदेश में एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए फ्लैटेड फैक्टरी के रूप में बड़ी पहल की गई है। फ्लैटेड फैक्ट्री के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। मास्टर प्लान और अन्य रिपोर्ट तैयार की जा रही है। दो साल में निर्माण कार्य को अमली जामा पहनाया जाएगा। फ्लैटेड फैक्ट्री 38,665 वर्गमीटर में बनेगी, जहां 100 से अधिक फैक्ट्रियां एक साथ चल सकेंगी।

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वर्तमान में नहीं है कोई फ्लैटेड फैक्ट्री 

ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में वर्तमान में कोई फ्लैटेड फैक्ट्री नहीं है। पूरे जिले में यह पहली परियोजना होगी जब एक छत के लिए कई ईकाई संचालित होंगी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डाक्टर अरूणवीर सिंह ने बताया कि सरकार की मंशा है कि फ्लैटेड फैक्ट्री बनाकर छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत दी जाए। उनको एक छत के नीचे सारी सुविधा मिल सके। इस कदम से निवेशकों को राहत मिलेगी और युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा।

यह सुविधाएं रहेंगी मौजूद 

फ्लैटेड फैक्ट्री के नीचे प्राधिकरण की तरफ से बिजली, पानी, अग्निशमन प्रणाली, एलिवेटर, एयर कंडीशन जैसी सुविधाएं दी जाएगी। पूरी फैक्ट्री को ऐसा डिजाइन किया जाएगा जिससे कि पर्यावरण को किसी तरह का कोई नुकसान न पहुंचे। सुरक्षा के मकसद से पूरा परिसर सीसीटीवी कैमरे से लैस होगा।

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एयरपोर्ट पर बढ़ेगा दबाव 

यमुना सिटी क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्ट्री बनने से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों का दबाव बढ़ेगा। जयपुर, मुंबई के अलावा कई अन्य शहरों के कारोबारी यहां उद्योग लगाकर एक ही दिन में आना जाना कर सकेंगे। वर्तमान में जिन बाहरी कारोबारियों के उद्योग ग्रेटर नोएडा में हैं, उनको हवाई सुविधा के लिए दिल्ली एयरपोर्ट का सहारा लेना पड़ता है।

First published on: Jun 08, 2025 08:25 PM

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