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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

‘जुल्म बढ़ा तो कुदरत का कहर बरसेगा’, उत्तरकाशी पर एसटी हसन और मौलाना रशीदी का वार-पलटवार

Maulana Sajid Rashidi on ST Hasan: उत्तराखंड में अचानक आई बाढ़ पर सपा नेता एसटी हसन ने एक बयान दिया। इस बयान पर अब AIIA अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी का भी रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने धामी सरकार का समर्थन किया है।

Author Written By: Shabnaz Author Edited By : Shabnaz Updated: Aug 10, 2025 07:43
Maulana Sajid Rashidi on ST Hasan
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Maulana Sajid Rashidi on ST Hasan: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 5 अगस्त को बादल फटने की घटना हुई। इसमें कई लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद से कई दर्जन लोग लापता हैं। उनको खोजने का काम जारी है। उत्तराखंड की इस आपदा पर सपा नेता एसटी हसन का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि जंगलों को तेजी से काटा जा रहा है, जिसकी वजह से ये हो रहा है।’ सपा नेता के बयान का पलटवार करते हुए AIIA अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने एसटी हसन पर पलटवार किया। रशीदी ने कहा कि ‘इस आपदा को राजनीति से जोड़ने की कोशिश न की जाए।’

आपदाएं आना स्वाभाविक है- मौलाना रशीदी

मौलाना साजिद रशीदी ने उत्तराखंड में आई आपदा और एसटी हसन पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि ‘जहां भी जुल्म बढ़ता है, वहां ऐसी आपदाएं आती ही हैं। फिर चाहे वह अत्याचार धार्मिक हो या सामाजिक, ये ईश्वर ही तय करता है।’ उन्होंने एसटी हसन के बयान का पलटवार करते हुए कहा कि ‘हर बात को राजनीति से जोड़ना ठीक नहीं होता है।’ मौलाना ने सपा नेता के बयान को अजीब बताया।

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इस्लाम कहता है अपनी हद में रहो

मौलाना रशीदी कहते हैं कि SP नेता कह रहे हैं कि ‘जंगल काटे जा रहे हैं, ये बड़ी ही अजीब बात है। वह जानबूझकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए ऐसी इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।’ उन्होंने इस्लाम का हवाला देते हुए कहा कि ‘इस्लाम कहता है कि अपनी हद में रहो, दूसरों के धर्म को भी मानो। धर्म की सीमाओं को इंसान जब लांघता है, तो इस तरह की आपदाएं आती हैं।

ये पहली बार तो नहीं हुआ है?

मौलाना ने धामी सरकार का पक्ष लेते हुए कहा कि’उत्तराखंड बने अभी कम ही समय हुआ है। इसलिए सरकार के पास अभी इन आपदाओं का सामना करने के लिए ज्यादा प्लान नहीं हैं। यह पहली बार नहीं है कि इस तरह की आपदा आई है। इससे पहले भी ऐसी तबाही देखने को मिली है, जिसमें बहुत से मंदिर और मजारें ध्वस्त हो गए। उन्होंने कहा कि यहां पर ये चीजें आम हैं, क्योंकि उत्तराखंड ऐसी जगह पर है जहां पर आपदाएं आती रही हैं।

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First published on: Aug 10, 2025 07:42 AM

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