पतंजलि ब्रांड भारतीय संस्कृति और आयुर्वेदिक परंपरा का प्रतीक बन चुका है। इसकी हर एक प्रोडक्ट में न केवल गुणवत्ता की झलक मिलती है, बल्कि समाज के लिए सेवा का भाव भी स्पष्ट दिखाई देता है। इनका ऐसा ही एक बेहतरीन और स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद है, पतंजलि गुलाब शरबत। यह शरबत न सिर्फ स्वादिष्ट है बल्कि यह हमारे शरीर के लिए कई तरह से लाभकारी होता है। आयुर्वेद में गुलाब को ठंडक देने वाला, हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और स्किन के लिए फायदेमंद माना गया है। पतंजलि का गुलाब शरबत इन्हीं गुणों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इस सिरप को बनाने के लिए ताजी गुलाब की पंखुड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है, जो सीधे किसानों से खरीदी जाती हैं।
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शरीर को लाभ
यह शरबत शरीर में गर्मी को संतुलित करता है, विशेष रूप से इस मौसम में यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है। इसे पानी या दूध के साथ मिलाकर पिया जा सकता है और यह तुरंत शरीर में एनर्जी का फ्लो बढ़ाता है और ताजगी का एहसास देता है। गुलाब शरबत पाचन क्रिया को भी बेहतर करता है।
हर्बल उत्पाद
जी हां, इस ब्रांड की बुनियाद पूर्णता स्वदेशी और ऑर्गेनिक चीजों पर ही रखी गई थी। पतंजलि गुलाब शरबत में भी कोई रंग या रसायन नहीं मिलाए गए हैं, जिससे कोई नुकसान न हो। यह पूरी तरह से सुरक्षित और प्राकृतिक पेय बन जाता है। इस उत्पाद की मदद से भारतीय किसानों और स्थानीय उत्पादन को समर्थन मिलता है, क्योंकि पतंजलि अपने कच्चे माल को स्वदेशी स्रोतों के जरिए प्राप्त करता है।
सेवा-सेहत का भाव
सेवा भी, सेहत भी की भावना के साथ पतंजलि का यह प्रयास समाज को स्वस्थ बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है। पतंजलि गुलाब शरबत का उपयोग करने से शरीर को पोषण मिलता है और देश की आत्मनिर्भरता और ग्रामीण विकास को भी प्रोत्साहन मिलता है।
देश के हर क्षेत्र में शिक्षा का भाव बढ़ें
पतंजलि गुलाब शरबत की बिक्री से होने वाला लाभ न केवल हेल्थ सेक्टर में योगदान करता है, बल्कि यह देश की शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूत करने में सहायक बन रहा है। पतंजलि अपने लाभ का एक हिस्सा सामाजिक कार्यों जैसे शिक्षा, ग्रामीण विकास और योग के प्रचार-प्रसार में लगाता है। ऐसे में जब कोई व्यक्ति गुलाब शरबत जैसे उत्पाद को खरीदता है, तो वह अप्रत्यक्ष रूप से उन बच्चों की शिक्षा में भी सहायता कर देता है जो संसाधनों की कमी के कारण पिछड़ रहे हैं। इस उत्पाद की मदद से देश के भविष्य को भी उज्ज्वल बनाने में सहायता मिलती है।
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