Uttar Pradesh News in Hindi: मथुरा। आयुषी हत्याकांड (Ayushi Murder Case) में मथुरा पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि आयुषी ने करीब एक साल पहले अंतरजातीय विवाह (दूसरी जाति के लड़के से शादी) किया था। जबकि पिछले कुछ दिनों से वह घर से लापता भी थी।
इसी बात पर पिता नितेश यादव ने आयुषी की बेरहमी से हत्या कर दी और शव को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे लाल रंग के सूटकेस में बंद करके फेंक दिया। साथ ही सूटकेस में लाल रंग की साड़ी भी रख दी। पुलिस अब इस लाल साड़ी की वजह खोज रही है।
पूछताछ के बाद होते गए खुलासे
मथुरा पुलिस की ओर से बताया गया है कि आयुषी हत्याकांड में हो रही जांच में लगातार खुलासे हो रहे हैं। पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्याकांड की वजह निकल कर आई हैं। एक वजह है कि आयुषी ने करीब एक साल पहले किसी दूसरी जाति के युवक के साथ शादी कर ली थी। इसको लेकर घर में काफी दिनों से तनाव चल रहा था। वहीं प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया था कि आयुषी पिछले कुछ दिनों से बिना बताए घर से चली गई थी।
मां और भाई को बुलाया था शव पहचानने के लिए
पुलिस ने आयुषी के शव की शिनाख्त कराने के लिए उसकी मां और भाई को मथुरा बुलाया था। पुलिस सूत्रों की कहना है कि संदेह और लंबी पूछताछ के बाद आयुषी की मां को भी गिरफ्तार किया गया है। बताया गया है कि बेटी की ओर से किए गए इन्हीं दोनों कामों के बाद पिता नितेश यादव ने अपना आपा खो दिया और बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। बता दें कि जब पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे से शव को बरामद किया था तो चेहरे समेत शरीर पर चोटों के निशान थे और आयुषी के सीने में गोली लगी थी।
18 नवंबर को बरामद हुआ था शव
मथुरा के एसपी सिटी मार्तंड पी सिंह ने बताया था कि 18 नवंबर को मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे मिले युवती के शव की शिनाख्त कर ली गई है। उसकी पहचान आयुषी यादव पुत्री नितेश यादव निवासी गली नंबर-65, गांव मोड़बंद, थाना बदरपुर (दिल्ली) का है। पुलिस ने तत्काल घर वालों से संपर्क किया। जानकारी होने पर आयुषी की मां और भाई मथुरा पहुंचे। बताया गया है कि नितेश यादव मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाला है।
सीसीटीवी फुटेज ने दी पुलिस को लीड
मथुरा पुलिस को राया थाना क्षेत्र स्थित कृषि अनुसंधान केंद्र के पास यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे एक लाल रंग के सूटकेस में युवती की लाश मिली थी। पुलिस ने शव को शिनाख्त कराने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे पर लगे सभी सीसीटीवी और मथुरा और लेकर गुरुग्राम तक की पुलिस से संपर्क किया था। इसके अलावा मोबाइल सर्विलांस की भी मदद ली गई। करीब 20 हजार मोबाइल नंबरों को ट्रैस किया गया था। सूत्रों की मानें को सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को इस मामले में लीड मिली थी।