Uttar Pradesh News in Hindi: नोएडा। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) में डेंगू (Dengue) के मामले 251 तक पहुंच चुके हैं। शुक्रवार को आठ नए मामले भी दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मच्छर पैदा होने वाले स्थानों की पहचान करके अब तक 151 आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किए गए हैं।
इन तीन स्थानों पर हो रही है डेंगू की जांच
जिला मलेरिया अधिकारी राजेश शर्मा ने बताया कि इस साल डेंगू के नमूनों की जांच के लिए कुल 3973 सैंपल लिए गए थे, जिनमें से 251 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह आंकड़ा इसी शुक्रवार तक का है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू की जांच ग्रेटर नोएडा के जिला अस्पताल, बाल स्वास्थ्य स्नातकोत्तर संस्थान और राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में की जा रही है।
इतने मरीज हैं अस्पताल में भर्ती
राजेश शर्मा ने बताया कि अभी तक किसी भी डेंगू मरीज की मौत नहीं हुई है। कुल 12 मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। जबकि बाकी मरीजों का इलाज घर पर चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार कोई भी मरीज गंभीर नहीं है। बताया है कि घरों में मच्छरों के पैदा होने वाले स्थान मिलने पर 100 रुपये और बड़े आवासीय क्षेत्रों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। प्रत्येक ब्रीडिंग स्पॉट और छोटे कार्यालयों के लिए ₹1,000 और बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और कार्यालयों पर ₹5,000 का जुर्माना लगाया जाएगा।
इन स्थानों से आए सबसे ज्यादा केस
स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे क्लस्टर या जोखिम वाले क्षेत्रों की भी पहचान की है, जहां से ज्यादातर मामले सामने आए हैं। इनमें सदरपुर, बरोला, निठारी, सेक्टर-49, 22, 58, 44 और दुजाना गांव शामिल हैं। इन सभी स्थानों के अलावा जिलेभर में फॉगिंग और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
पिछले साल का यह था रिकॉर्ड
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए लगातार कार्यवाही की जा रही है। विभिन्न प्राधिकरणों के तहत अधिकारियों की कुल 365 टीमों का गठन किया गया है। अधिकारियों, नगर पंचायतों और जिला स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से नियमित फॉगिंग कराई जा रही है। जानकारी के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर जिले में पिछले साल (वर्ष 2021) में दो मौतों के साथ 667 डेंगू के मामले दर्ज किए गए थे।