UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) में जल्द ही एक बदलाव होने वाला है। नोएडा प्राधिकरण (Noida authority) ने राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (National Green Tribunal) के आदेश के बाद अपने डीजल वाहनों (Diesel Vehicles) को हटाने की तैयारी में है। बता दें कि प्राधिकरण की ओर से शहरभर में कचरा उठाने और ढोने के लिए डीजल वाहनों का इस्तेमाल किया जाता है।
10 साल से पुराने हैं इतने वाहन
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि यह पहले ही तय किया गया था कि काम में लगे 29 डीजल वाहन 10 साल पुराने हो गए हैं। वहीं दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी की ओर से पहले ही ऐसे वाहनों पर प्रतिबंधित लगाया है।
प्राधिकरण ने पहले ही खरीदे इतने CNG वाहन
नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ परियोजना अभियंता विजय रावल ने बताया कि हम पहले ही 29 सीएनजी वाहन खरीद चुके हैं। हमने एनजीटी के आदेश का पालन करने का निर्णय लिया है। प्राधिकरण में इस्तेमाल होने वाले डीजल वाहनों के उपयोग पर रोक लगाई जाएगी क्योंकि वे खतरनाक गैसों का उत्सर्जन करते हैं।
नोएडा से रोजाना निकलता है 650 मीट्रिक टन कचरा
सूत्रों मुताबिक प्राधिकरण ने सीएनजी के इन वाहनों को एक पोर्टल के माध्यम से खरीदा है। प्रत्येक वाहन की कीमत करीब 9.9 लाख रुपये है। वहीं नोएडा में प्रतिदिन करीब 650 मीट्रिक टन कचरा निकलता है और इन वाहनों का उपयोग सेक्टर-145 स्थित एक लैंडफिल में इकट्ठा करने और ले जाने के लिए किया जाया है।