UP muslim MLA Sayyada Khatoon visit temple purified with Ganga water: उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के एक मंदिर में समाजवादी पार्टी की विधायक सैय्यदा खातून के जाने पर उसे गंगाजल से धोया गया। जानकारी के अनुसार, यह घटना सोमवार की है जब वह एक दिन पहले बलवा गांव में कार्यक्रम में शामिल होने के लिए साम्या माता मंदिर में गई थी। हालांकि, उनके जाने के एक दिन बाद हिंदू संगठन के सदस्यों और नागरिक अधिकारियों ने सोमवार को मंदिर को गंगाजल से धोया। बढ़नी चाफा नगर पंचायत के चेयरमैन धर्मराज वर्मा ने कहा कि माता मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। लोग समर्पण भाव से मंदिर में आते हैं जिसका स्थानीय विधायक ने अनादर किया। वह मांसाहारी हैं और उनके दौरे से उस स्थान की पवित्रता प्रभावित हुई।
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए किया गया आमंत्रित
पुलिस के अनुसार, हिंदू संगठन के सदस्यों और नागरिक अधिकारियों ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के एक मंदिर में गंगाजल से धोया गया। इसे शुद्ध करने का प्रयास किया। डुमरियागंज से समाजवादी पार्टी की विधायक सैय्यदा खातून ने कहा कि उन्हें रविवार को बलवा गांव में कार्यक्रम में शामिल होने के लिए साम्य माता मंदिर प्रशासन द्वारा आमंत्रित किया गया था। हालांकि, राम कथा आयोजन के बाद स्थानीय पंचायत के अध्यक्ष ने हिंदू संगठनों के सदस्यों के साथ सोमवार को मंदिर का दौरा किया, गंगाजल छिड़का, हनुमान चालीसा का पाठ किया और एसपी नेता के खिलाफ नारे लगाए।
News24 अब WhatsApp पर भी, लेटेस्ट खबरों के लिए जुड़िए हमारे साथ
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के मंदिर में सपा की मुस्लिम विधायक सैय्यदा खातून के जाने पर उसे गंगाजल से धोया। इतनी ही नहीं हिंदू संगठन के लोगों ने नारेबाजी की और मंदिर में हनुमान चालीसी का पाठ काराया। #SPMLA #Madir #UPNews #SaiyadKhatoon pic.twitter.com/yq12AAyeB9
— Khursheed Baig (@khursheed_09) November 28, 2023
ये भी पढ़ें: UP विधानसभा सेशन के नियमों में बड़ा बदलाव, विधायकों को माननी होगी कुछ शर्तें, एक का मोबाइल फोन से कनेक्शन
मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं
बढ़नी चाफा नगर पंचायत के चेयरमैन धर्मराज वर्मा ने कहा कि माता मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। लोग समर्पण भाव से मंदिर में आते हैं। जिसका स्थानीय विधायक ने अनादर किया। वह मांसाहारी हैं और उनके दौरे से उस स्थान की पवित्रता प्रभावित हुई। चेयरमैन ने कहा कि उन्होंने साइट को शुद्ध करने के लिए गंगाजल छिड़का है। पुलिस ने मामले पर ध्यान दिया और कहा कि टकराव की संभावना से बचने के लिए एक टीम इलाके में गश्त कर रही है। पुलिस ने कहा कि उन्हें घटना के संबंध में अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। इस बीच खातून ने कहा कि मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं। इसके अलावा मैं एक जन प्रतिनिधि हूं। चाहे कोई मंदिर हो या मस्जिद अगर मुझे आमंत्रित किया गया तो मैं वहां जरूर जाऊंगी। बता दें कि यूपी में ये पहली ऐसी घटना नहीं है। 2018 में भाजपा की एक दलित महिला विधायक के प्रवेश के बाद हमीरपुर में एक मंदिर को गंगा जल से शुद्ध किया गया था।
ये भी पढ़ें: मामूली-सा विवाद हुआ और हैवान बन गए बाप-बेटे, युवक को डंडों से पीट-पीट कर मार डाला