UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने कोर्ट में दावा किया है कि थानों के मालखानों (गोदाम) में रखी 581 किलो चरस चूहे खा गए हैं। यह सुनकर कोर्ट ने मथुरा पुलिस को सख्त निर्देश जारी किए हैं। बता दें कि एक मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पुलिस को आरोपी से बरामद चरस पेश करने के लिए कहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मथुरा पुलिस की ओर से जिले की विशेष नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (1985) कोर्ट में पेश एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि थाना शेरगढ़ और थाना हाईवे के (मालखानों) गोदामों में जब्त करके रखी गई चरस (नशीला पदार्थ) को चूहों ने खा लिया है।
60 लाख रुपये बताई गई है कीमत
इस विचित्र दावे को सुनकर अतिरिक्त जिला न्यायाधीश ने एसएसपी मथुरा को चूहों की समस्या से छुटकारा पाने और फिर कोर्ट में सबूत पेश करने को कहा है। ताकि सिद्ध हो सके कि चूहों ने वास्तव में 581 किलोग्राम चरस को खाया है या फिर नहीं। बताया गया है कि इसकी करीब 60 लाख रुपये कीमत है। पुलिस ने यह भी कहा है कि चूहे बहुत छोटे होते हैं और पुलिस से डरते भी नहीं हैं।
जानकारी के मुताबिक मथुरा कोर्ट ने पुलिस मालखानों में रखे मादक पदार्थों का निस्तारण करने के लिए पांच सूत्रीय निर्देश भी जारी किए हैं। आदेश के बाद मथुरा के कार्यकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मार्तंड पी सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेशों के समय रहते अनुपालन किया जाएगा। मामले में उचित कदम उठाए जाएंगे।
26 नवंबर को होगी अगली सुनवाई
विशेष लोक अभियोजक रणवीर सिंह ने बताया कि मथुरा के थाना शेरगढ़ और थाना हाईवे के एसएचओ (प्रभारी) ने दावा किया है कि उनके थानों के गोदामों में रखी 581 किलोग्राम चरस को चूहों ने नष्ट कर दिया। इसके बाद कोर्ट ने पुलिस को इस दावे के संबंध में सबूत पेश करने और अगली सुनवाई की तारीख 26 नवंबर निर्धारित करने का आदेश दिया है।
बता दें कि मई 2020 में एक ट्रक से चरस की तस्करी कर रहे तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने ट्रक को शेरगढ़ थाना क्षेत्र के जटवारी गांव के पास चेकिंग के लिए रोका था। तब ट्रक में लदीं बाजरे की बोरियों में छिपाकर रखी 386 किलो चरस बरामद की गई थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा था।इसके अलावा थाना हाईवे में भी इसी तरह का मामला सामने आया था।