Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर (Gorakhpur) जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आपका भी दिल बैठ जाएगा। यहां के शाहपुर थाना क्षेत्र के घोसीपुरवा मोहल्ले में आर्थिक तंगी के कारण एक पिता ने अपनी दो मासूम बेटियों के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस ने तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पांच महीने से बेटियों की फीस नहीं भर पा रहा था
पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर साक्ष्य जुटाए हैं। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने पाया है कि बेटियों की स्कूल फीस पिछले पांच महीने से नहीं भरी गई थी। पुलिस ने स्कूल प्रशासन से भी मामले को लेकर बात की है। स्कूल प्रशासन की ओर से कहा गया है कि दोनों लड़कियां अच्छी छात्राएं थीं। उनके संतोषजनक रिकॉर्ड के कारण स्कूल प्रबंधन ने फीस के लिए कभी कोई दबाव नहीं बनाया।
परिवार पर एक-एक कर टूटे पहाड़
बताते हैं कि 45 वर्षीय जितेंद्र श्रीवास्तव अपनी दो बेटियों 16 वर्षीय मान्या और 14 वर्षीय मानवी के साथ रहते थे। दोनों बेटियां 9वीं और 7वीं की छात्राएं थीं। इलाके के एक निजी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में पढ़ती थीं। आसपास के लोगों ने बताया कि जितेंद्र ने वर्ष 1999 में एक ट्रेन दुर्घटना में अपना एक पैर खो दिया था। जबकि उनकी पत्नी सिम्मी की दो साल पहले कैंसर से मृत्यु हो गई थी।
पेट भरने के लिए घर में किया सिलाई का काम
एक के बाद एक दो हादसों से परिवार टूट गया, लेकिन जितेंद्र ने हार नहीं मानी। पत्नी की मौत के बाद श्रीवास्तव ने रोजी-रोटी के लिए घर में कपड़े सिलाई का काम शुरू कर दिया था। लेकिन इससे इतना पैसा नहीं आ पाता था कि घर चल सकें। दो साल से परिवार काफी परेशानियों का सामना कर रहा था।
फंदों पर लटके मिले तीनों के शव
बताया गया है कि सोमवार रात पिता और दोनों बेटियों ने पंखे से फंदा लगाकर अपनी-अपनी जीवन लीला समाप्त कर लीं। सूचना पर जिला पुलिस में सनसनी फैल गई। एसएसपी गौरव ग्रोवर फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना की जानकारी ली।