उत्तर प्रदेश से इस समय एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यूपी विधानसभा सचिवालय ने समाजवादी पार्टी के तीन बागी विधायकों असमबद्ध सदस्य घोषित कर दिया है। इसे लेकर सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 5 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था। अखिलेश ने पत्र में बागी विधायक मनोज पांडेय, अभय सिंह और राकेश प्रताप सिंह को सभी पदों से हटाने और निष्कासन करने की अपील की थी। अब इस मामले में गुरुवार को कार्रवाई की गई है। अब ये तीनों विधायक किसी भी राजनीतिक दल से असंबंद्ध नहीं रहेंगे। इसके बाद अब तीनों विधायक सपा के विधानसभा के अंदर सपा के खेमे में बैठे नजर नहीं आएंगे। आइए आपको बताते हैं कि सपा के बागी ये 3 विधायक कौन हैं?
जानिए कौन हैं तीनों विधायक?
वहीं अभय सिंह अयोध्या की गोसाईगंज सीट से विधायक थे। अभय सिंह को सपा के बाहुबली नेता रहे मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता है। उनका राजनीतिक करियर बहुजन समाज पार्टी से शुरू हुआ था। बाद में उन्होंने बसपा छोड़कर सपा जॉइन कर ली थी। इसके बाद से अभय सिंह गोसाईगंज सीट लगातार दो बार विधायक चुने जा रहे थे। इसी तरह से सपा से निकाले राकेश प्रताप सिंह अमेठी की गौरीगंज सीट से विधायक थे। राकेश प्रताप ने 2022 में इस सीट से भाजपा के उम्मीदवार को हराया था। अब इन तीनों विधायकों पर एक्शन लिया गया है। अखिलेश यादव के पत्र के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने तीनों ही विधायकों को सभी पदों से हटाते हुए निष्कासित कर दिया है।
सपा के बागी विधायकों को निष्कासित किये जाने के बाद तीनों विधायक मनोज पांडेय, राकेश प्रताप सिंह और अभय सिंह विधानसभा से असंबद्ध
यानी किसी भी दल में नहीं तीनों विधायक…
---विज्ञापन---सपा से सदस्यता जाने के बाद विधानसभा से असंबद्ध किए गए
9 जुलाई 2025 से तीनों सदस्यों को असंबद्ध घोषित किया गया… pic.twitter.com/6tQiaSfYgt— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) July 10, 2025
अखिलेश यादव ने ली चुटकी
इस पूरे प्रकरण पर सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया हैंडल से एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि अब तकनीकी समस्या दूर हो गई है। उनहोंने आगे कहा, “अगर भाजपा इन विधायकों को मंत्री बनाना चाहती है, तो अब कोई तकनीकी समस्या नहीं है। वे अब सपा के सदस्य नहीं हैं। हमने उनकी सदस्यता संबंधी बाधा दूर कर दी है। हम अगले बैच में भी कुछ विधायकों को मंत्री बनाने के लिए जगह देंगे।”
भाजपा की ओर से नहीं आई प्रतिक्रिया
अभी तक इस पूरे प्रकरण को लेकर भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। न ही सपा के बागी तीनों विधायकों ने किसी तरह का बयान दिया है। माना जा रहा है कि अब ये तीनों जल्द ही भाजपा की सदस्या ग्रहण कर लेंगे। आने वाले 2027 चुनाव में अपनी पुरानी सीटों से ही एक बार फिर मैदान में उतर सकते हैं।