UP Vidhansabha News: यूपी विधानसभा का बजट सत्र शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। सपा विधायक हाथों में पोस्टर लिए वेल में पहुंच गए। दरअसल जैसे ही सदन की कार्रवाई शुरू हुई सपा के विधायक हाथों में पोस्टर लहराते हुए वेल में आ पहुंचे। सपा विधायक कानून व्यवस्था, बाढ़ और बिजली के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे थे। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि राज्य बहुत गंभीर मुद्दों का सामना कर रहा है। पूरा सूबा बाढ़ का सामना कर रहा है। कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
#WATCH | Uttar Pradesh LoP and SP MLA, Mata Prasad Pandey says, “…The state is facing very serious issues currently – there is flood, law & order issues and corruption as well.”
---विज्ञापन---Speaker Satish Mahana tells him, “We will discuss all of these. You are the LoP, you have the… pic.twitter.com/DxazifXfjQ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 29, 2024
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इस पर विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने कहा कि हम सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। आप नेता प्रतिपक्ष हैं। आपके पास नोटिस देने का अधिकार है। सरकार सभी मुद्दों पर जवाब देने के लिए तैयार है। दूसरी ओर सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी कैबिनेट के चार नए मंत्रियों ओपी राजभर, अनिल कुमार, दारा सिंह चौहान और सुनील शर्मा का सदन को परिचय दिया।
बजट सत्र की कार्यवाही से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। पिछले सात सालों में पीएम मोदी की अगुवाई में उत्तर प्रदेश ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है। उन्होंने सभी विधायकों से सदन की कार्यवाही में सकारात्मक योगदान देने की अपील की। साथ ही कहा कि सरकार हर मुद्दे का समाधान ढूंढ़ने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
इससे पहले सदन में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सीएम योगी से मुलाकात की। और पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। स्पीकर सतीश महाना ने भी सदन की कार्यवाही शुरू करने से पहले नए नेता प्रतिपक्ष का स्वागत किया।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपनी जगह पर माता प्रसाद पांडेय को नया नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है। लोकसभा चुनावों से पहले अखिलेश यादव ही यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे, लेकिन कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद उन्हें विधायक का पद छोड़ना पड़ा। माना जा रहा था कि शिवपाल यादव नेता प्रतिपक्ष हो सकते हैं, लेकिन अखिलेश यादव ने माता प्रसाद पांडेय को यह जिम्मेदारी दी।