यूपी की योगी सरकार ने महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) में महिलाओं की भर्ती का मकसद दस दिवसीय रोजगार मेला मंगलवार को कई केंद्रों पर शुरू हुआ। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि मेला पहले फरवरी में आयोजित होना था, लेकिन महाकुंभ के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
21 जिलों में आयोजित हो रहे इन रोजगार मेलों के जरिए, यूपीएसआरटीसी का लक्ष्य राज्य बस बेड़े के लिए कंडक्टर के रूप में 5000 महिलाओं की भर्ती करना है। बता दें, भर्ती अभियान 8 अप्रैल को गाजियाबाद, अलीगढ़, बरेली, अयोध्या और वाराणसी में शुरू होगा। 11 अप्रैल को मेरठ, इटावा, हरदोई, देवीपाटन और आजमगढ़ में जारी रहेगा। इसके बाद 15 अप्रैल को सहारनपुर, झांसी, कानपुर, चित्रकूटधाम, बांदा और प्रयागराज में जारी रहेगा। वहीं, 17 अप्रैल को नोएडा, आगरा, मुरादाबाद, लखनऊ और गोरखपुर में खत्म होगा। आवेदक यूपीएसआरटीसी की वेबसाइट पर दिए गए लिंक के जरिए जरूरी दस्तावेज अपलोड करके ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा, उनके पास इंटरमीडिएट क्वालिफिकेशन के साथ-साथ बुनियादी सीसीसी (Course on Computer Concepts) सर्टिफिकेट भी होना चाहिए। ये रोजगार मेले कई जिलों में आयोजित किए जा रहे हैं ताकि आवेदन करने की इच्छुक महिलाओं के लिए आसानी हो सके। उन्होंने कहा कि महिला कंडक्टरों को केवल उनके गृह जिलों के डिपो में ही तैनात किया जाएगा और उन्हें रोजगार के लिए ट्रांसफर होने की जरूरत नहीं होगी।
सरकार उठाएगी पूरा खर्च
चुनाव के बाद महिलाओं को काम सीखने के लिए ट्रेनिंग भी मिलेगी। यह ट्रेनिंग यूपी कौशल विकास मिशन के तहत होगी। अगर कोई स्पेशल ट्रेनिंग चाहिए होगी, तो ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन उसका इंतजाम करेगा। ट्रेनिंग से जुड़े सभी खर्चे नेशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन (NRLM) और उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन (Uttar Pradesh Skill Development Mission) द्वारा उठाए जाएंगे। यह कदम महिलाओं को नौकरी के लिए तैयार करेगा और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा।
ये भी पढ़ें- ‘दानिश-साजिद ने मेरी बेटी को बर्बाद कर दिया’, पीड़िता के पिता का दर्द छलका