UP News: उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। छिपे हुए हथियारों और गोला-बारूद का पता लगाने के लिए दिन और रात दृश्यता क्षमता और थर्मल इमेजिंग सुविधाओं से लैस 84 विशेष ड्रोन हासिल करने के लिए यूपी पुलिस ने पुणे स्थित एक रोबोटिक्स स्टार्टअप कंपनी के साथ समझौता किया है। ये खास ड्रोन यूपी पुलिस को दंगों की स्थिति और निगरानी में मदद करेंगे।
10 लाख रुपये है एक ड्रोन की कीमत
पुणे (महाराष्ट्र) की कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने मेक इन इंडिया रूट जीईएम पोर्टल के माध्यम से रिवर्स ऑक्शन के दौरान प्रति ड्रोन 10 लाख रुपये से कम की लागत के आधार पर ये अनुबंध (कॉन्ट्रैक्ट) हासिल किया है। बताया गया है कि इसस तरह के मूल ड्रोन की कीमत करीब 24 लाख रुपये है, जबकि उसी तकनीक पर ये ड्रोन भी आधिकारित हैं।
विशेष ड्रोन में ये हैं खासियतें
हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने कुंभ मेले के दौरान निगरानी के उद्देश्य से पहले भी साधारण ड्रोन खरीदे थे, लेकिन यह पहली बार है जब राज्य सरकार ने विशेष ड्रोन खरीदने का आदेश दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें चेतावनी जारी करने, घोषणाएं करने और प्रभावी पुलिसिंग के लिए दो उन्नत कैमरे व एक माइक्रोफोन भी है।
पांच किमी तक उड़ सकता है ड्रोन
सागर कंपनी के संस्थापक और एमडी कैप्टन निकुंज पराशर ने बताया कि लगभग 6.5 किलोग्राम वजन वाले ये ड्रोन एक बार चार्ज करने पर करीब एक घंटे और 5 किमी की दूरी तक चल सकते हैं। अलग-अलग पेलोड वाले एक ही प्लेटफॉर्म के ये ड्रोन पहले भारतीय नौसेना द्वारा अधिग्रहित किए गए थे।
भारतीय नौसेना करती है इन ड्रोन से निगरानी
नौसेना अपने युद्धपोतों के आसपास निगरानी, दुश्मन के जहाजों, समुद्री लुटेरो और ड्रग तस्करों पर नजर रखने के लिए खुले समुद्र में इन ड्रोन का इस्तेमाल करती है। कैप्टन निकुंज ने कहा कि उनकी कंपनी मई के अंतिम सप्ताह तक सभी 84 ड्रोन यूपी पुलिस को सौंप देगी। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी स्पेशल टास्क फोर्स ने हाल ही में उनकी कंपनी से कुछ ड्रोन को अपराध-रोधी अभियानों के लिए भी हासिल किया था।
सागर डिफेंस के एमडी ने बताया कि हमारे उत्पाद भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना, भारतीय सेना, बीएसएफ और डीआरडीओ समेत विभिन्न सुरक्षा बलों की सभी जरूरतों के लिए हमेशा पथप्रदर्शक साबित हुए हैं।