Cartridge Case of Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित कारतूस कांड में गुरुवार 24 आरोपियों को दोषी करार दिया है। हालांकि इस मामले में सजा कल यानी शुक्रवार को सुनाई जाएगी। आरोपियों में आरपीएफ के दो जवान हवलदार विनोद और बिनेश पासवास भी शामिल हैं। इन्हें यूपी एसटीएफ की टीम ने 10 अप्रैल 2010 को रामपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गिरफ्तार किया था।
यहां से हुई थी आरोपियों की गिरफ्तारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूपी एसटीएफ ने आरोपियों के पास से भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए थे। इतना ही नहीं कारतूसों के अलावा एक इंसास रायफल और नगदी भी बरामद की गई थी। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारियों के बाद पुलिस ने उनकी निशानदेही पर इलाहाबाद में पीएसी की एक बटालियन से सेवानिवृत्त हुए सब इंस्पेक्टर यशोदानंदन, मुरादाबाद पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के एक कर्मचारी नाथीराम सैनी को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद बस्ती, गोंडा और वाराणसी समेत यूपी के कई जिलों में छापेमारी की कार्रवाई की गई, जिसमें पुलिस और पीएसी के कई लोगों को दबोचा गया।
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दोनों ओर से पूरी हुई है बहस
कई महीनों की जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में अपनी चार्जशीट कोर्ट में पेश की। मामले में सुनवाई स्पेशल जज ईसी एक्ट विजय कुमार की अदालत में जारी है। बताया गया है कि दोनों पक्षों की ओर से बहस पूरी हो चुकी है। एडीजीसी प्रताप मौर्या ने इस मामले में सभी 24 आरोपियों को दोषी करार दिया। आदेश के बाद सभी को हिरासत में ले लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को सजा का ऐलान किया जाएगा।