Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में रविवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) कार्यालय पर सपा विधायक दल की बैठक हुई। हालांकि इस बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मौजूद नहीं थे।
चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने बैठक को संबोधित किया। बैठक में शिवपाल यादव ने पार्टी के सभी विधायकों और नेताओं से कहा कि रामचतिरमानस पर किसी भी प्रकार का बयान न दें। इस दौरान अन्य मुद्दों पर भी चर्चाएं की गईं।
2024 चुनाव को लेकर मजबूती से तैयारी करें
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिवपाल यादव करीब 7 साल बाद समाजवादी पार्टी की इस बैठक में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे अब आजीवन सपा के साथ रहेंगे। सपा के लिए ही काम करेंगे। उन्होंने पार्टी विधायकों और नेताओं से 2024 चुनाव की तैयारियों में जुटने के लिए कहा। अपील की कि मजबूती के साथ चुनाव लड़ना है। आम जनता के मुद्दों को प्रमुखता के साथ उठाना है।
सोमवार को लखनऊ में विरोध प्रदर्शन करेगी सपा
बैठक में तय हुआ कि समाजवादी पार्टी सोमवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। सभी विधायकों को सुबह नौ बजे विधानसभा पहुंचने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि वे अपने पार्टी विधायकों के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे। सरकार के सामने मुद्दों को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस और प्रशासन उन्हें रास्ते में रोकते हैं तो वे वहीं धरने पर बैठ जाएंगे।
रोली तिवारी मिश्रा और ऋचा सिंह ने दिया पार्टी विरोध बयान
जानकारी के मुताबिक सपा के एक विधायक ने कहा कि पार्टी कार्यालय पर रामचरितमानस और जातिगत जनगणना को लेकर पोस्टर बैनर लगाए गए थे, जिन्हें हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है। साथ ही इस दौरान पार्टी की नेता रोली तिवारी मिश्रा और ऋचा सिंह के मामले पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि दोनों महिला नेताएं पार्टी विरोधी बयान दे रही थीं, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।