Kanpur sexual relations and religious conversion: उत्तर प्रदेश में बच्चों एक साथ यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों के बीच यूपी के कानपुर से एक 10 वीं कक्षा के छात्र से जबरन यौन संबंध और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है। ये आरोप किसी और पर नहीं बल्कि छात्र के स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका पर लगाया गया है। मामले में पीड़ित छात्र के पिता का कहना है कि घटना की शिकायत करने के 12 दिन बाद भी पुलिस ने मामले में न तो शिकायत दर्ज की है और न ही कोई कार्रवाई की। पुलिस की लापरवाही से नाराज पिता ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपना जनेऊ उतारने और शिखा यानी चोटी काटने की धमकी दी है।
शिक्षिका ने स्कूल में कटवाई पीड़ित छात्र की चोटी
उन्नाव स्थित कैंट के रहने वाले पीड़ित छात्र के पिता ने बताया कि छात्र के स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका उनके बेटे से फोन पर चैटिंग करके जबरन यौन संबंध बनाने और धर्म परिवर्तन का दबाव डाल रही थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में आरोपी शिक्षिका के साथ उसके पति व उसके भाई भी शामिल हैं। इतना ही नहीं, पीड़ित पिता ने बताया कि आरोपी शिक्षिका ने स्कूल में उनके बेटे की शिखा भी कटवा दी।
डीएम ऑफिस पहुंचा पिता, पुलिस पर लगाया समझौता कराने का आरोप
पीड़ित पिता ने बताया कि इस मामले के सामने आने के बाद इसकी शिकायत पुलिस से की गई लेकिन शिकायत के 12 दिन बाद भी स्थानीय पुलिस ने जांच के नाम पर अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। पिता का कहना है कि स्थानीय पुलिस पीड़ित परिवार पर समझौता करने का दबाव डाल रही है। पुलिस के इस रवैये से परेशान पिता बीते शनिवार को परिवार के साथ जनेऊ उतारने और शिखा काटने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा, लेकिन डीएम से मुलाकात न होने के कारण परिवार वापस लौट आया। मामले में छात्र के पिता ने न्याय न मिलने पर जनेऊ उतारने और शिखा काटने की बात कहते हुए एक वीडियो जारी किया है, जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
स्कूल से निलंबित हुई शिक्षिका और उसका पति
इस घटना के सामने आने के बाद स्कूल प्रशासन भी हैरान हो गया। मामले को लेकर स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि आरोपी शिक्षिका और उनके पति को स्कूल से निलंबित कर दिया गया है। वहीं, वह पुलिस जांच में इनके सही साबित होने के बाद ही दोनों को विद्यालय में रखा जाएगा। एसीपी कैंट वृज नारायण सिंह ने मामले को लेकर बताया कि शिक्षिका और छात्र के जरिए मिले साक्ष्य के आधार पर जांच की जा रही है। हालाकि, जांच में पिता की ओर से लगाए गए मतांतरण के आरोपों की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई हैं।