Rahul Gandhi next PM Ajay Rai UP next CM Congress supporters posters in Lucknow: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को 2024 में प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश कांग्रेस चीफ अजय राय को 2027 में मुख्यमंत्री बताया गया है। इस संबंध में लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, इस पोस्टर को पार्टी कार्यकर्ता ठाकुर नितांत सिंह नितिन की ओर से लगाया गया है। पोस्टर में कांग्रेस पार्टी के लक्ष्य और नीतियों को भी शामिल किया गया है।
कांग्रेस दफ्तर के बाहर लगाए गए पोस्टर में लिखा है- 2024 में राहुल, 2027 में राय… देश-प्रदेश बोल रहा है, हाथ के साथ आएं। पोस्टर में राहुल गांधी और अजय राय की तस्वीर लगी है। साथ ही ऊपर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी की भी तस्वीर है। पोस्टर में एक चक्र भी बनाया गया है, जिसे रोजगार, किसानों को एमएसपी, ओपीएस, महिला आरक्षण सुरक्षा कानून, जातिगत जनगणना, वृद्धा पेंशन को दर्शाया गया है।
इससे कुछ दिनों पहले लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर अखिलेश यादव को भारत का ‘भावी प्रधानमंत्री’ घोषित करने वाला एक पोस्टर लगाया गया था। पोस्टर के सामने आने के बाद भाजपा ने तंज कसते हुए इसे ‘दिवास्वप्न’ यानी दिन में सपने देखने जैसा करार दिया था।
हालांकि, अखिलेश यादव ने पोस्टर लगाने वालों के दावे को खारिज करते हुए कहा था कि सिर्फ पोस्टर लगाने से कोई प्रधानमंत्री नहीं बनने वाला है। अगर किसी समर्थक ने पोस्टर लगाया है तो वह जो चाहता है, वही जाहिर कर रहा है। अखिलेश ने कहा था कि समाजवादियों का लक्ष्य भाजपा को रोकना है। बताया जा रहा है कि अखिलेश को भावी पीएम बताने वाला पोस्टर सामने आने के बाद विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में शामिल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच तनाव पैदा हो गया है।
अजय राय बोले- आजम से मिलने जेल जाएंगे, अखिलेश बोले- पहले कहां थे?
बता दें कि अजय राय ने हाल ही में कहा था कि वे समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान से मिलने जेल जाएंगे। राय के इस बयान के बाद अखिलेश यादव ने कांग्रेस से सवाल किया कि आपलोग उस वक्त कहां थे, जब प्रशासन आजम खान को निशाना बना रही थी। अखिलेश ने कहा कि जब प्रशासन की टीम आजम को निशाना बना रही थी, तब कांग्रेस के नेता भी आजम खान पर तंज कस रहे थे।
उधर, 25 नवंबर को होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे की व्यवस्था को लेकर भी दोनों पार्टियों के बीच तनातनी है। तनातनी उस वक्त बढ़ गई, जब अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि कुछ कांग्रेस नेता भाजपा के साथ हैं। उन्होंने कांग्रेस पर सीट बंटवारे को लेकर धोखा देने का भी आरोप लगाया।