Uttar Pradesh Greater Noida (जुनेद अख्तर) : ग्रेटर नोएडा की पुलमेरिया गार्डन सोसायटी में स्विमिंग पूल को लेकर विवाद हो रहा है। एओए सचिव ने ठेकेदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सचिव का आरोप है कि ठेकेदार और उसके साथियों ने स्विमिंग पूल का नवीनीकरण कराने के नाम पर धोखाधड़ी की है। शिकायत के आधार पर थाना बीटा-2 पुलिस ने पांच नामजद और पांच अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई की गई है।
शुरू से बरती लापरवाही
पुलमेरिया गार्डन सोसायटी की एओए के सचिव वेद प्रकाश वर्मा का आरोप है कि सोसायटी में बने स्विमिंग पूल का नवीनीकरण करवाया जाना था। इसके लिए उनसे एक फर्म के प्रोपराइटर आशु जैन, सचिन जैन और संभव जैन ने संपर्क किया। उन्होंने बताया कि उनकी फर्म स्विमिंग पूल नवीनीकरण का कार्य कराती है। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ। सचिव के मुताबिक कार्य शुरू होने पर प्रोपराइटर को 15 लाख 75 हजार रुपये का भुगतान किया गया। आरोप है कि रुपये लेने के बाद काम करने वाली कंपनी ने लापरवाही शुरू कर दी।
जान से मारने की धमकी दी
एओए के सचिव वेद प्रकाश वर्मा का आरोप है कि सही निर्माण सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया। इस बारे में उनसे बात की तो उधर से कोई जवाब नहीं दिया गया और काम को बंद कर दिया गया। इसके बाद कंपनी ने बीच में काम छोड़ दिया। सचिन ने रुपये वापस मांगे तो धमकी दी जाने लगी। इसके बाद एक रेस्टोरेंट में मिलने के लिए बुलाया गया। यहां प्रोपराइटर ने अपने साथियों के साथ मिलकर पीड़ित के साथ अभद्र व्यवहार किया और रुपये वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने शुरू की जांच
वेद प्रकाश वर्मा का आरोप है कि उन्होंने इस घटना की शिकायत पुलिस से की गई, लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। मजबूरन पीड़ित को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आशु जैन, संभव जैन, सचिन जैन, रवि, हरेंद्र और पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया गया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।