Prayagraj MahaKumbh: प्रयागराज महाकुंभ के लिए सरकार ने 24 घंटे बिजली आपूर्ति का ऐलान किया है। मेले में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। महाकुंभ के आयोजन में 2 सप्ताह से भी कम समय बचा है। ऐसे में सरकार ने बिजली के लिए 400 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के अनुसार मेले के लिए 182 किलोमीटर हाई टेंशन लाइन का निर्माण किया गया है। वहीं, 1405 किलोमीटर लो टेंशन लाइन भी विभाग की ओर से तैयार की गई है।
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सूत्रों के अनुसार योगी आदित्यनाथ सरकार ने मेले में 40 हजार से अधिक रिचार्जेबल बल्ब लगाने का फैसला लिया है। ANI से विशेष बातचीत में बिजली विभाग के प्रभारी कार्यकारी अभियंता अनूप कुमार सिन्हा ने बताया कि सभी प्रमुख स्थानों पर रिचार्जेबल बल्ब लगाए जाएंगे। शिविरों के लिए लगभग साढ़े 4 लाख कनेक्शन निर्धारित किए गए हैं। विद्युत विभाग इन बल्बों को करीब 2.7 करोड़ रुपये की लागत से खरीदेगा। गौरतलब है कि प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक यानी 45 दिन तक होगा। महाकुंभ को देखते हुए सरकार ने 92 सड़कों को दोबारा बनाया है।
Prayagraj undergoes massive infrastructure upgrades for Maha Kumbh 2025, including expanded airport capacity, direct flights, smart electric buses, revamped roads, and upgraded rail facilities with new bridges, foot-over bridges, sleeping pods, and increased Vande Bharat Express… pic.twitter.com/gvGt8g5mGD
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ड्रोन से रखी जाएगी नजर
30 पुलों का निर्माण कर 800 साइन बोर्ड लगवाए हैं। ये साइन बोर्ड अलग-अलग भाषाओं में हैं। पहली बार सक्षम अंडरवाटर ड्रोन का इस्तेमाल त्रिवेणी नदी संगम क्षेत्र में होगा। यह ड्रोन पानी के अंदर 100 मीटर तक जा सकता है। सुरक्षा के लिहाज से हवाई ड्रोन भी तैनात किए जाएंगे। कुंभ में 2700 से अधिक एडवांस्ड कैमरे लगाए गए हैं। जो चेहरे की पहचान और वास्तविक समय की निगरानी में सक्षम हैं।
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ये कैमरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तर्ज पर काम करेंगे। महाकुंभ को दुनिया का बड़ा आध्यात्मिक संगम माना जाता है। इस बार 40 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के आने का अनुमान है। माना जाता है कि तीर्थ में स्नान करने से आत्मा शुद्ध होती है। भारत में हरिद्वार, उज्जैन, प्रयागराज और नासिक को पवित्र माना जाता है, जहां कुछ वर्षों के अंतराल पर कुंभ मेले लगते हैं।