OP Rajbhar death threat: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने एक्स पर ट्वीट कर कहा कि मेरे पिता को गोली मारने की धमकी दी गई है। यह धमकी करणी सेना बलिया नाम की फेसबुक आईडी से दी गई है। ऐसे अराजक तत्वों पर तत्काल कार्यवाही की जाए। बता दें कि ओपी राजभर मंत्री होने के साथ-साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
@Uppolice @dgpup @adgzonevaranasi @digazamgarh @balliapolice करणी सेना बलिया के नाम के फेसबुक आईडी से @SBSP4INDIA प्रमुख व माननीय मंत्री श्री @oprajbhar जी को गोली मारने की धमकी दे रहा है
तत्काल ऐसे अराजतत्व पर कार्यवाही करें।
संलग्न लिंक https://t.co/OPY2Mqxotl pic.twitter.com/lvMZDat1dF---विज्ञापन---— Arun Rajbhar – अरुन राजभर (@ArunrajbharSbsp) July 13, 2025
ये भी पढ़ेंः मुख्तार अंसारी का शूटर मुजफ्फरनगर एनकाउंटर में ढेर, डेढ़ साल से काट रहा था फरारी
बता दें कि इससे पहले 2 मार्च 2025 को उनके बेटे अरुण राजभर को भी जान से मारने की धमकी मिली थी। इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया था। अरुण राजभर को यह धमकी इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के जरिए दी गई थी। यह वीडियो विवेक पासी नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया गया था। वीडियो में शख्स राजभर को धमकी देता नजर आ रहा है। मामले में हजरतगंज कोतवाली में इसको लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई।
शिकायत प्रदेश कार्यालय के प्रभारी धर्मप्रकाश चौधरी की ओर से दर्ज करवाई गई थी। शिकायत में राजभर की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ और गलत तरीके से एडिट कर आपत्तिजनक वीडियो बनाया गया। इसके साथ ही वीडियो में अरविंद राजभर को काफी आपत्तिजनक गालियां भी दी गईं। इससे पार्टी छवि को काफी नुकसान पहुंचा।
ये भी पढ़ेंः ‘उत्तर प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने की साजिश’, विधायक ने लिखा पत्र
जानें कौन हैं ओमप्रकाश राजभर
बता दें कि ओप्रकाश राजभर गाजीपुर की जहूराबाद निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं। 2004 में राजभर ने अपनी पार्टी बनाई। इससे पहले वे बसपा में रहे। बसपा में रहने के दौरान वे भदोही का नाम बदलने से नाराज थे। इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी। इससे पहले राजभर 2017 में योगी सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री थे। हालांकि ओबीसी आरक्षण मामले में उन्होंने योगी सरकार से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 2022 का चुनाव अखिलेश यादव के साथ मिलकर लड़े। लेकिन जब अखिलेश यादव को जीत नहीं मिली तो एक बार फिर उन्होंने पाला बदल दिया। फिलहाल वे योगी सरकार में पंचायती राज मंत्री हैं।