Noida News: यमुना पुस्ता पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड परियोजना को गति देने के लिए काम शुरू कर दिया गया है. हाल ही में हुई एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में औद्योगिक स्थापना आयुक्त दीपक कुमार के साथ इस परियोजना की विस्तृत योजना साझा की गई. बैठक में बताया गया कि यह सड़क नोएडा को सीधे दिल्ली और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ेगी. ऐसा होने पर दिल्ली एनसीआर के लोगों को एयरपोर्ट तक सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी.
राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग
बजट की सीमाओं को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण ने इस परियोजना को राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) घोषित करने का प्रस्ताव रखा है. इसके तहत एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) इस सड़क का निर्माण करेगा. नोएडा प्राधिकरण ने पहले ही इस प्रस्ताव पर शासन स्तर पर चर्चा की थी. अब इसकी औपचारिक प्रस्तुति की गई है. सिंचाई विभाग से आवश्यक एनओसी प्राप्त करने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है.
जाम से राहत, एयरपोर्ट तक आसान सफर
नोएडा प्राधिकरण के सर्वे में पता चला है कि यह एलिवेटेड रोड ओखला बैराज से होते हुए हिंडन नदी के बराबर यमुना एक्सप्रेसवे तक पहुंचेगी. यह पूरी तरह से छह लेन का एलिवेटेड कॉरिडोर होगा. पूर्व योजना में आठ लेन की ऑन-ग्राउंड सड़क भी शामिल थी, लेकिन अब इसे पूरी तरह एलिवेटेड बनाने का निर्णय लिया गया है. इस सड़क के चालू होने से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा. एक्सप्रेस वे पर वर्तमान में रोजाना 10 लाख वाहन चलते हैं.
पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई से समन्वय
लोक निर्माण विभाग ने पहले ही परियोजना की तकनीकी जानकारी, संभावित निर्माण स्थल, प्रारंभिक डिजाइन और कनेक्टिविटी बिंदुओं की जानकारी मांगी थी, जिसे प्राधिकरण ने उपलब्ध करा दिया है. यह रिपोर्ट अब सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजी जाएगी, जिससे इस परियोजना को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा मिल सके.
तीन प्राधिकरणों की साझेदारी
परियोजना की लागत को नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण संयुक्त रूप से साझा करेंगे. नोएडा प्राधिकरण बोर्ड की हालिया बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी जा चुकी है. परियोजना के अमल में लाने की जिम्मेदारी यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) को सौंपी जाएगी.
नवंबर तक मिल सकती है बड़ी मंजूरी
बैठक में उम्मीद जताई गई कि सिंचाई विभाग और राज्य सरकार नवंबर 2025 तक इस परियोजना पर ठोस निर्णय ले सकते हैं. नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने कहा कि बोर्ड में चर्चा के आधार पर जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसे पूरी गंभीरता से लागू किया जाएगा. यह लिंक रोड क्षेत्र की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक अहम परियोजना है.
ये भी पढ़ें: ग्रेटर नोएडा के F1 सर्किट को फिर से मिल सकती है रफ्तार, योगी आदित्यनाथ के पास पहुंचा मामला










