Noida News : नोएडा-ग्रेटर नोएडा में पनीर बेचने वाले व्यापारियों में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है। जिला प्रशासन की टीम ने बृहस्पतिवार को पूरे जिले में 7 अलग-अलग दुकानों से पनीर के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे है। तीन दिन पहले ही सेक्टर 63 थाना पुलिस ने भारी मात्रा में नकली पनीर पकड़ा था। दिल्ली-एनसीआर में धड़ल्ले से नकली पनीर दुकानों पर सप्लाई किया जा रहा है। नकली व असली पनीर में होने वाले अंतर को ग्राहक नहीं पकड़ पाता है। इसकी पहचान लैब में जांच के बाद ही हो पाती है। दुकानदार इसका फायदा उठाते है।
इन वजह से ज्यादा बिक रहा नकली पनीर
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में सबसे ज्यादा संख्या प्रवासी लोगों की है। बाहर के शहरों से आकर लोग यहां पर रह रहे है और फैक्ट्रियों में नौकरी करते है। उनकी सैलरी 15 से 20 हजार के बीच है। इतनी सैलरी में उनको बच्चों की पढ़ाई, गांव की खेती से लेकर हर खर्च संभालना पड़ता है। उनके आस-पास जिस भी दुकान पर पनीर मिलता है वह खरीदकर खा लेते है। ओरिजनल पनीर इन दिनों 400 रूपये किलो के करीब है, जबकि नकली पनीर देहात क्षेत्र में 200 रूपये किलो में भी मिल जाता है।
यहां-यहां से लिए गए सैंपल
जिला प्रशासन की टीम ने बृहस्पतिवार को नोएडा के सेक्टर 22 में साईं डेयरी, ग्रेटर नोएडा के घोड़ी बछेड़ा गांव की मंश डेयरी, सलीम डेयरी, नंगला चमरू की शिव शक्ति डेयरी, जहांगीरपुर की मोहन डेयरी से पनीर के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए है। दावा किया गया है कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा। नकली पनीर बेचने की शिकायत लगातार मिल रही थी। इसी का नतीजा है कि सेक्टर 63 थाना पुलिस ने नकली पनीर की बड़ी खेप पकड़ी थी।
रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
जिला प्रशासन की टीम ने इस मामले में कहा है कि सैंपल रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। जांच में जिस भी डेयरी का पनीर सैंपल फेल हुआ, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने से लेकर आगे की कार्रवाई होगी।