Noida News: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सफर करना अब आसान हो जाएगा। नोएडा अथॉरिटी ने इसके लिए टेंडर जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि अब एक्सप्रेसवे पर ब्लिंकर, रंबल स्ट्रिप और स्पीड लिमिट के बोर्ड लगाए जाएंगे। अथॉरिटी के मुताबिक, टेंडर लेने के लिए 15 मई तक आवदेन किया जा सकता है। प्रयास है कि अगले महीने से रोड सेफ्टी से संबंधित काम शुरू करा दिए जाएं।
24 किलोमीटर लंबा है एक्सप्रेसवे
नोएडा अथॉरिटी महाप्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे लगभग 24 किलोमीटर लंबा है। इसमें से लगभग 20 किलोमीटर का हिस्सा नोएडा अथॉरिटी के क्षेत्र में आता है। बाकी 4 किलोमीटर का जिम्मा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के पास है। एक्सप्रेसवे पर आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं। इसकी वजह एक्सप्रेसवे पर कुछ कमियां होना भी है। इसे लेकर ही अथॉरिटी ने तैयारी कर ली है। इसी को देखते हुए एक्सप्रेसवे पर रोड सेफ्टी का काम कराने का फैसला लिया है।
7 करोड़ 52 लाख रुपये का टेंडर जारी
एसपी सिंह ने बताया कि सेक्टर-14ए के सामने से लेकर एक्सप्रेसवे पर संबंधित काम कराए जाएंगे। अब अथॉरिटी ने संबंधित काम कराने के लिए 7 करोड़ 52 लाख रुपये का टेंडर जारी किया है। उन्होंने बताया कि आने-जाने वाले रास्ते पर लगे लगभग 17 पुराने दिशासूचक बोर्ड को नए तरीके से लगाया जाएगा। रात को चमकने वाले सोलर भी लगाए जाएंगे। जगह-जगह थर्मोप्लास्टिक पेंट किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि करीब 10 महीने सर्वे कराने के बाद टेंडर जारी किया गया है।
हर कट के पास लगेगी रंबल स्ट्रिप
उन्होंने बताया कि एंट्री और एग्जिट वाले रास्तों पर वाहनों की स्पीड लिमिट के बोर्ड लगाए जाएंगे। हर कट के पास रंबल स्ट्रिप लगाई जाएगी। इसके साथ ही एएफपी टेप, स्प्रिंग पोस्ट, डेलीनेटर लगाने समेत दूसरे काम भी किए जाएंगे। एक्सप्रेसवे पर सड़क किनारे जगह-जगह आईटीएमएस के अंतर्गत खंभे लगाए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इनको दूसरी जगह स्थानांतरित करना संभव नहीं है। इन पर अब ब्लिंकर लगाने का फैसला लिया गया है। काम पूरा होने के बाद इस एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले 10 लाख लोगों का सुरक्षित और आसान हो जाएगा।
सर्वे के बाद लिया फैसला
बता दें कि बीते साल नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर आईटीएमएस के एक खंभे से टकराकर दो युवकों की मौत हो गई थी। इनमें से एक के पिता नोएडा अथॉरिटी में कार्यरत हैं। इस हादसे के बाद एक्सप्रेसवे पर कमियों को लेकर सर्वे हुआ था, जिसमें सामने आईं कमियों को अब दूर करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।