Uttar Pradesh Noida News (जुनेद अख्तर) : नोएडा अथॉरिटी ने पैदल यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रमुख भीड़भाड़ वाले स्थानों पर फुटओवर ब्रिज (foot over bridge) निर्माण के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। बढ़ते यातायात और सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इस सर्वेक्षण के आधार पर उन स्थानों का चयन किया जाएगा, जहां एफओबी की सबसे अधिक आवश्यकता है। बताया जा रहा है कि उन स्थानों की पहचान की जा रही है जहां सड़क पार करने में सबसे अधिक दिक्कतें आती हैं और दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। सूत्रों से पता चला है कि 50 से ज्यादा जगहों पर एफओबी ब्रिज का निर्माण कराया जाएगा।
यहां बन सकता है FOB
अथॉरिटी के मुताबिक, वे इलाके जहां पैदल यात्रियों की संख्या अधिक होती है, लेकिन सुरक्षित सड़क पार करने की सुविधाएं नहीं हैं। ऐसे क्षेत्रों में सड़क पार करने के दौरान दुर्घटनाओं की संभावना अधिक होती है। नोएडा के कई व्यस्त मार्गों पर वाहनों की रफ्तार तेज होती है, जिससे पैदल यात्रियों को सड़क पार करने में परेशानी होती है। इसी समस्या को हल करने के लिए अथॉरिटी ने FOB निर्माण की योजना बनाई है। प्रारंभिक तौर पर मेट्रो स्टेशनों, व्यस्त बाजारों, स्कूल-कॉलेजों और कार्यालय परिसरों के आसपास FOB निर्माण की संभावना जताई जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, शहर के प्रमुख सेक्टरों, जैसे कि सेक्टर-18, सेक्टर-62, फिल्म सिटी, बॉटनिकल गार्डन, महामाया फ्लाईओवर और एक्सप्रेसवे के आसपास के इलाकों में FOB की जरूरत है।
अथॉरिटी की कर रही सर्वे
नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी फिलहाल सभी संभावित स्थानों का सर्वे कर रहे हैं। सर्वे के पूरा होने के बाद, रिपोर्ट के आधार पर FOB निर्माण की योजना तैयार की जाएगी। इसके बाद टेंडर जारी किए जाएंगे और चयनित स्थानों पर एफओबी का निर्माण शुरू होगा। बताया जा रहा है कि एफओबी के निर्माण से सड़क पार करने में करना आसान हो जाएगा। दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी। सड़कों पर ट्रैफिक जाम नहीं लगेगा।
एफओबी निर्माण के लिए दें सुझाव
नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों का कहना है कि सर्वे रिपोर्ट आने के बाद बजट निर्धारित किया जाएगा और प्राथमिकता के आधार पर निर्माण कार्य शुरू होगा। वहीं, यातायात विशेषज्ञों का मानना है कि शहर में एफओबी की संख्या बढ़ने से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और लोगों को सुरक्षित ट्रैफिक सुविधाएं मिलेंगी। नोएडा अथॉरिटी ने नागरिकों से भी सुझाव मांगे हैं कि किन स्थानों पर एफओबी की जरूरत महसूस होती है। इसके लिए अथॉरिटी जल्द ही ऑनलाइन फीडबैक पोर्टल शुरू करने की योजना बना रहा है।