Nagarsen Baba unique temple in firozabad: देश के अलग अलग हिस्सों में कई ऐसे मंदिर हैं, जिनकी मान्यताओं और पूजा पद्धतियों और विधियों को देखकर हर कोई अचंभित हो जाता है। ऐसी ही एक खास तरह की पूजा पद्धति यूपी के फिरोजाबाद में बने के मंदिर में देखने को मिलती है। बताया जाता है कि इस मंदिर में लोग फूल-मालाओं के साथ-साथ पूड़ी और अंडा चढ़ाते हैं। कहने में थोड़ा अजीब है लेकिन यही सच है। बीते कई सालों से इस मंदिर में इसी चढ़ावे की परंपरा चली आ रही है। इसके साथ ही मान्यता है कि इस मंदिर में महिलाएं अपने के बच्चों स्वस्थ और लंबी उम्र के लिए यहां प्रार्थना करने आती हैं।
पुजारी ने बताई मंदिर में अंडा चढ़ाने के पीछे की कहानी
आपको बता दें कि फिरोजाबाद का ये अनोखा मंदिर जिले में बसने वाले गांव बिलहना में स्थापित है और इस मंदिर का नाम नगरसेन बाबा मंदिर है। नगरसेन बाबा के मंदिर में पूजा करने वाले पुजारी महावीर सिंह ने अंडे के चढ़ावे के पीछे की कहानी बताते हुए कहा कि एक बार नगरसेन बाबा अपनी बहनों को बुलाने के लिए गए थे। तभी वापस लौटते समय एक नदी किनारे रहने वाले मसान ने नगरसेन बाबा को नदी में डुबो दिया। इस घटना को देखकर उनकी बहनों को बहुत कष्ट पहुंचा और उन्होंने भी आहत होकर वहीं पर अपने प्राण त्याग दिए। कहा जाता है कि नगरसेन बाबा की बहनें नगरसेन बाबा को खिलाने के लिए अंडे लेकर आई थीं जो कि उन्हें खिला नहीं पाईं, इसके बाद से ही नगरसेन बाबा के बने इस मंदिर में अंडा चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है।
400 साल पुराने मंदिर में होते हैं चमत्कार, बच्चों के लिए महिलाएं करती हैं पूजा
नगरसेन मंदिर में पूजा करने वाले राजकुमार ने इस मंदिर के इतिहास को लेकर बताया कि यह नगरसेन बाबा का मंदिर तकरीबन 400 साल पुराना है और यहां पर लोगों को नगरसेन बाबा के चमत्कार देखने को मिलते हैं। इस दौरान यहां पर लोग खासकर महिलाएं अपने बच्चों के स्वस्थ और लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। इसके साथ ही उन्होंने बता कि बैशाख की अष्टमी तिथि को इस मंदिर पर मेले का एक विशेष आयोजन होता है और इस दौरान लोग नगरसेन बाबा पर अपने बच्चों को रोगों से बचाने की प्रार्थना करते हुए हलवा पूड़ी के साथ-साथ अंडे का चढ़ावा चढ़ाते हैं। उन्होंने बताया कि इस मंदिर में दर्शन करने के लिए सिर्फ क्षेत्रीय फिरोजाबाद के लोग या उत्तर प्रदेश के लोग ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश और दिल्ली समेत आसपास के कई राज्यों से लोग आते हैं।