शाहनवाज चौधरी
Bulandshahr News: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बकरी चराने के दौरान मंदबुद्धि दलित किशोरी से 50 साल के अधेड़ ने रेप किया। बताया जा रहा है कि आरोपी ने अपने अलावा कई अन्य साथियों से भी पीड़िता के साथ दरिंदगी की वारदात को अंजाम दिलवाया। इस घटना के बाद पीड़िता प्रेग्नेंट हो गई। अब पीड़ित परिवार 7 माह से अपनी बेटी को लेकर न्याय के लिए भटक रहा है। आरोप है कि पुलिस ने आरोपी दरिंदों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बजाय थाने में समझौता करा दिया।
14 साल की है पीड़िता
यह वारदात अनूपशहर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की है, जहां 7 माह पूर्व महज 14 साल की मंदबुद्धि दलित किशोरी जंगल मे बकरी चराने गई थी। बकरी बाजरे के खेत में चरने के लिए चली गई। आरोपी भी वहीं बकरी चरा रहा था। तभी आरोपी ने पीड़िता को बाजरे के खेत से बकरी बाहर निकालने को भेज दिया। आरोप है कि जब किशोरी खेत से बकरियों को बाहर निकाल रही थी तभी आरोपी ने उसे दबोच लिया और रेप की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद पीड़िता को घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। इसीलिए दबी सहमी नाबालिग ने परिवार में इसकी जानकारी नहीं दी।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
आरोप है कि इसके बाद वह आए दिन किशोरी के साथ जबरदस्ती करता था। इतना ही नहीं आरोपी अधेड़ ने अपने कई अन्य साथियों से भी किशोरी के दरिंदगी करवाई। फिलहाल शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि रेप की घिनौनी वारदात इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। पुलिस की कार्यशैली पर भी न सिर्फ पीड़ित परिवार, बल्कि स्थानीय लोग भी सवाल उठा रहे हैं।
ऐसे हुई दरिंदगी की जानकारी
किशोरी घर में गुमसुम रहती थी। उसकी शरीर की बनावट में भी बदलाव हो रहा था। परिजनों को शक हुआ तो बिटिया से पूछताछ की गई तब कहीं जाकर घटना का खुलासा हुआ। पीड़ित परिवार ने बच्ची का अल्ट्रासाउंड भी कराया इससे गर्भ के सही समय का पता चल सका।
पुलिस चौकी में हुआ समझौता
आरोप है कि स्थानीय चौकी पुलिस ने संगीन मामले की एफआईआर दर्ज करने की बजाय दोनों पक्षों में समझौता करा दिया। पीड़ित परिवार को आरोपी की ओर से पैसा दिलवाकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया। गुरुवार को पीड़ित परिवार अपनी प्रेग्नेंट बेटी को लेकर एसएसपी दफ्तर पहुंचा और शिकायत की। इस संबंध में अनूपशहर कोतवाली प्रभारी एमके त्रिपाठी ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। पुलिस पर समझौता कराने का आरोप निराधार है।