Uttar Pradesh Ghaziabad News (जुनेद अख्तर) : नोएडा और गाजियाबाद से गुजरने वाली हिंडन नदी की सूरत बदलने वाली है। बताया जा रहा है कि मैली हिंडन को साफ करने के लिए सिंचाई विभाग के साथ मिलकर गाजियाबाद नगर निगम कार्ययोजना तैयार कर रहा है। हिंडन को साफ करने और इसे संवारने के लिए करीब एक हजार करोड़ कार्ययोजना तैयार की गई है। 75 फीसदी बजट केंद्र सरकार और 25 फीसदी बजट राज्य सरकार खर्च करेगी। साथ ही नदी के किनारे वाली जगहों को भी सुंदर बनाया जाएगा।
सरकार से दिलाया जाएगा खर्च
केंद्र सरकार की जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) के चेयरमैन सांसद अतुल गर्ग ने हिंडन की स्थिति पर चिंता जताई है। हिंडनी नदी की स्वच्छता और सुंदरता के लिए उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कार्ययोजना बनाकर स्वच्छ और सुंदर बनाने के निर्देश दिए। सिंचाई विभाग की ओर से बताया कि पिछले दो साल पहले हिंडन से सिल्ट निकालने, स्वच्छ बनाने और रिवर फ्रंट बनाने के लिए करीब एक हजार करोड़ की कार्ययोजना तैयार की गई थी। डीपीआर शासन को भेजी गई थी। इस पर गाजियाबाद सांसद ने गर्ग ने कहा कि हिंडन को स्वच्छ और सुंदर बनाने में जो भी खर्च आएगा उसे सरकार से दिलाया जाएगा। वहीं सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजकुमार वर्ण ने बताया कि दो चार दिन में हिंडन को लेकर बनाई गई कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
सरकार से की जाएगी प्रभावी पैरवी
सांसद अतुल गर्ग ने कहा कि हिंडन गाजियाबाद की पहचान है। कभी यहां लोग नहाते थे। पशुओं को पानी पिलाया जाता था। सिंचाई होती थी। आज हिंडन का पानी जहरीला बनता जा रहा है। संबंधित विभाग के अधिकारियों को हिंडन को जल्द से जल्द स्वच्छ सुंदर बनाने के निर्देश दिए। सांसद ने कहा कि 75 फीसदी केंद्र सरकार और 25 फीसदी राज्य सरकार से बजट लिया जाएगा। हिंडन को स्वच्छ और सुंदर बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। सांसद ने कहा कि जल्द ही सरकार को चिट्ठी लिखकर प्रभावी पैरवी की जाएगी। नगर निगम के अधिकारियों से इस कार्य में पूरा सहयोग करने के लिए कहा।
गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर होगी विकसित
महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि हिंडन नदी को लखनऊ में गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर हिंडन रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। सिंचाई विभाग के साथ मिलकर काम किया जाएगा। नगर निगम सीमा में नदी में गिर रहे नालों को टैप कराया गया है। नदी को स्वच्छ और सुंदर बनाने के साथ ही भविष्य में बोटिंग की भी योजना है। शहर की जीवन रेखा रही हिंडन को पुराने स्वरूप में लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। ‘दिशा’ की बैठक में भी ‘दिशा’ चेयरमैन व सांसद अतुल गर्ग के सामने यह मुद्दा उठा था। सांसद ने भी हिंडन को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए कृषि विभाग को निर्देशित किया है। इसके साथ ही बजट के लिए केंद्र और राज्य सरकार को पत्र लिखने का आश्वासन दिया है।
बड़े नाले बिगाड़ रहे हिंडन की सेहत
हिंडन नदी लगातार प्रदूषित हो रही है। जुलाई 2024 के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एनजीटी में जमा एक रिपोर्ट में जल निगम द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर बताया है कि हिंडन नदी से लगे हुए कुल 55 नाले चिन्हित किए गए हैं। जिनमें से 26 नाले सीधे हिंडन नदी में मिलते हैं। 17 नाले काली-पश्चिम (हिंडन की सहायक नदी) के माध्यम से हिंडन में मिलते हैं। 5 नाले धमोला (हिंडन की सहायक नदी) के माध्यम से हिंडन में मिलते हैं और 4 नाले कृष्णा (हिंडन की सहायक नदी) के माध्यम से हिंडन में मिलते हैं। 3 नाले सूखे पड़े हैं। इन नालों का दूषित पानी गिरने से हिंडन की सेहत खराब हो रही है। यह बात रिपोर्ट में कही गई है।