UP News: बलिया जिले की बांसडीह विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक केतकी सिंह के बयान पर लगातार उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल मची हुई है। केतकी सिंह ने मांग की थी कि बलिया में बनने वाले प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज में मुस्लिमों के लिए अलग से वार्ड बनाया जाए। इसके बाद विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है। एनडीए के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के सुप्रीमो और योगी सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने भी अब इस बयान से पल्ला झाड़ लिया है।
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मंगलवार को राजभर एक पुराने मामले की सुनवाई में शामिल होने गाजीपुर पहुंचे थे, जहां उनको राहत मिल गई। वहीं, कोर्ट से बाहर निकलने पर उन्होंने केतकी सिंह के बयान पर अपनी राय रखी। राजभर ने उनके बयान को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि जब कोई घायल अस्पताल में आता है तो उसका इलाज किया जाता है। उसकी जाति और धर्म नहीं पूछा जाता। एक्सीडेंट के बाद लोग सिर्फ ब्लड खोजते हैं। कोई यह नहीं देखता कि यह हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई का खून है।
भाईचारे से रहें सभी लोग
राजभर ने कहा कि अगर ऐसी बातें होंगी तो क्या अलग-अलग ट्रेन, बस या हवाई जहाज भी चलाने चाहिए? इस देश में 140 करोड़ से अधिक लोग रहते हैं। मेरे हिसाब से सभी लोगों को आपसी सौहार्द्र और भाईचारे से रहना चाहिए, चाहे वह कोई भी धर्म मानते हों। राजभर ने साफ तौर पर केतकी सिंह के विचारों पर असहमति जाहिर की।
क्या कहा था केतकी सिंह ने?
बता दें कि विधायक केतकी सिंह ने सोमवार को बलिया में मीडिया से बातचीत की थी। उन्होंने मांग की थी कि बलिया में मेडिकल कॉलेज के लिए जो बिल्डिंग बनाई जाएगी, उसमें मुस्लिमों के लिए अलग विंग का निर्माण किया जाए, ताकि हिंदू समुदाय के लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। महिला विधायक ने कहा था कि मुस्लिमों को हिंदू त्योहारों जैसे होली, रामनवमी और दुर्गा पूजा आदि से भी परेशानी होती है।
उनका बयान सामने आने के बाद सपा ने जोरदार हमला बोला था। सपा ने इसे बीजेपी की PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) विरोधी सोच बताया था। सपा प्रवक्ता फखरूल हसन ने कहा था कि यह बयान भारतीय जनता पार्टी की असली मानसिकता को दर्शाता है।