Mahakumbh Mahashivratri Pavitra Snan: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित 45 दिवसीय महाकुंभ का पर्व आज अपने अंतिम स्नान के साथ समाप्त होने जा रहा है। 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ मेला आज महाशिवरात्रि के पवित्र स्नान के साथ समाप्त होगा। महाशिवरात्रि के इस खास मौके पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज में संगम पर स्नान करने आए हैं। कई श्रद्धालुओं ने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में महाकुंभ की आखिरी डुबकी भी लगा ली है। अपनी शुरुआत से ही महाकुंभ लगातार सुर्खियों में बना रहा है। चलिए इस महाकुंभ की कुछ खास बातों पर एक नजर डालते हैं।
“शब्दों में भावनाएँ व्यक्त करना कठिन है… हम बड़े उत्साह के साथ यहाँ आए… क
---विज्ञापन---योंकि यह #MahaKumbh2025 का अंतिम दिन है। माँ गंगा के आशीर्वाद से धन्य होना हमारा सौभाग्य है…” – एक श्रद्धालु महाकुंभ में।#हर_हर_गंगे #महाशिवरात्रि_महाकुम्भ pic.twitter.com/A01O6qd9QO
— MahaKumbh 2025 (@MahaaKumbh) February 26, 2025
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महाकुंभ की खास बातें…
- महाकुंभ के दौरान अब तक रिकॉर्ड 63.36 करोड़ लोगों ने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम आस्था की डुबकी लगाई है।
- महाशिवरात्रि के स्नान के लिए प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर इंतजाम किए गए हैं। हर 12 साल में होने वाले इस महाकुंभ उत्सव का आज समापन होगा।
- सोमवार से ही महाकुंभ मेला मैदान में अंतिम ‘अमृत स्नान’ के लिए श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था।
- सरकार ने व्यापक कदम उठाए हैं, जिनमें अंतिम ‘अमृत स्नान’ के मौके पर सरकार ने व्यापक कदम उठाए हैं। इसमे क्राउड मैनेजमेंट, बेहतर स्वच्छता और पर्याप्त मेडिकल सर्विस शामिल हैं।
- इसके अतिरिक्त सुरक्षा, ट्रासपोर्ट और इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम के लिए खास व्यवस्था भी की गई है।
- मौनी अमावस्या को हुई भगदड़ के बाद से ‘अमृत स्नान’ को लेकर व्यवस्थाओं पर खास ध्यान दिया जा रहा है। इस हादसे में 30 से अधिक लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ी थी। 60 से अधिक लोग घायल हुए थे।
- इससे एक बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया, जिसमें विपक्ष और भाजपा के अधिकांश नेता शामिल हो गए।