RLD Vice President Shahid Siddiqui Resigned: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले फेज की वोटिंग से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में भाजपा और NDA के साथ ‘खेल’ हो गया है। NDA के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक दल (RLD) को आज बड़ा झटका लगा, क्योंकि पार्टी के उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
वे पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी के भाजपा का साथ देने से नाराज हैं। उन्होंने जयंत चौधरी पर आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने एक ट्वीट करके अपने इस्तीफे की जानकारी दी और अपनी भड़ास भी निकाली। उन्होंने कहा कि वे चुप होकर देश के उन संस्थानों का दमन नहीं देख सकते, जिन्होंने एकजुट होकर भारत को विकसित और महान देश बनाया।
Respected Jayantji,
---विज्ञापन---We have worked together for 6 long years and have respect for each other. I, for one, look upon you more as a younger brother than a colleague. We have stood shoulder to shoulder on significant issues and at creating an atmosphere of brotherhood and respect…
— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) April 1, 2024
इस बार चुनाव में पार्टी का साथ नहीं दे पाऊंगा
शाहिद सिद्दीकी ने अपने X हैंडल पर ट्वीट करके बताया कि उन्होंने बीते दिन अपना इस्तीफा राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को भेज दिया था। उन्होंने लिखा कि उन्होंने और उनके परिवार ने इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में लगाई गई इमरजेंसी का विरोध किया था, लेकिन आज वे उन संस्थानों को कमजोर होते हुए नहीं देख पा रहे हैं। जयंत चौधरी और अन्य दलों को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए शुभकामनाएं, लेकिन मैं अब पार्टी के साथ आगे नहीं चल सकता। इस बार चुनाव में जयंत चौधरी का साथ नहीं दे पाऊंगा।
कल मैं ने राष्ट्रीय लोक दल की सदस्यता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की पोस्ट से अपना तियागपत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयंत सिंह जी को भेज दिया है । आज जब भारत के संविधान और लोकतांत्रिक ढाँचा ख़तरे मैं है ख़ामोश रहना पाप है । मैं जयंत जी का आभारी हूँ पर भारी मन से आरएलडी से दूरी बनाने…
— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) April 1, 2024
अटल बिहारी के राज धर्म को बचाने की अपील
शाहिद सिद्दीकी ने राष्ट्रीय लोकदल से इस्तीफा देने के बाद आज देशवासियों के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि आज सवाल किसी एक दल का नहीं, भारत के लोकतंत्र और राज धर्म को सुरक्षित करने का है। मैं भाजपा के नेताओं से भी विनती करता हूं कि वे अटल बिहारी वाजपेयी के राज धर्म को बचाने के लिए आगे आयें।
आज सवाल किसी एक दल का नहीं भारत के लोकतंत्र और राज धर्म को सुरक्षित करने का है । मैं भाजपा के नेताओं से भी बिनती करूँगा की आप अटल जी के राज धर्म को बचाने के लिए आगे आयें ।🙏 pic.twitter.com/GHJnrNGoPP
— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) April 1, 2024
जयंत चौधरी के लिए अलग पोस्ट लिखी
शाहिद सिद्दीकी ने राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के लिए एक पोस्ट लग से लिखी। उन्होंने धर्मनिरपेक्षता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति जयंत चौधरी की प्रतिबद्धता की सराहना भी की। उन्होंने लिखा कि जयंत और मैंने 6 साल काम किया। हम एक दूसरे का सम्मान करते हैं। वे मेरे छोटे भाई की तरह हैं।
हम कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। उन्होंने अपने दादा और पिता की राह पर चलते हुए पार्टी को आज इस मुकाम पर पहुंचाया है, लेकिन RLD के भाजपा-NDA गठबंधन का हिस्सा बनने से वे असमंजस में हैं। काफी संघर्ष किया, लेकिन खुद को इस गठबंधन से जोड़कर रख पाने में असमर्थ रहा। इसलिए अपनी राजनीतिक मजबूरियां बता रहा हूं। पार्टी से अलग होने के लिए बाध्य हूं। कृप्या मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।
Respected Jayantji,
We have worked together for 6 long years and have respect for each other. I, for one, look upon you more as a younger brother than a colleague. We have stood shoulder to shoulder on significant issues and at creating an atmosphere of brotherhood and respect…
— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) April 1, 2024