UP Lok Sabha Election 2024 : आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में नया गठबंधन बन गया है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने हाथ मिलाया है। फिलहाल सपा से विधायक पल्लवी पटेल अब सपा के नेताओं को ही चुनौती देती दिखाई देंगी। इस नए गठबंधन को पीडीएम (पिछड़ा, दलित और मुस्लिम) कहा जा रहा है।
Uttar Pradesh|
---विज्ञापन---Asaduddin Owaisi’s party AIMIM & Pallavi Patel’s party Apna Dal (Kamerawadi) will fight the Lok Sabha elections together.
Today at 2 pm, Asaduddin Owaisi & Pallavi Patel will hold a joint conference at Hotel Clark in Lucknow. pic.twitter.com/N2VMqUEk3I
---विज्ञापन---— هارون خان (@iamharunkhan) March 31, 2024
तीन दर्जन से ज्यादा सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
रिपोर्ट्स के अनुसार यह गठबंधन यूपी की 3 दर्जन से ज्यादा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। आज यानी रविवार की दोपहर पल्लवी पटेल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती हैं और इसका आधिकारिक ऐलान कर सकती हैं। बता दें कि पल्लवी पटेल और सपा नेतृत्व के बीच संबंध राज्यसभा चुनाव में बिगड़े थे। पल्लवी पटेल की नाराजगी इस बात को लेकर थी कि सपा ने जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और आलोक रंजन को उम्मीदवार बनाया था।
सपा के साथ नहीं ठीक चल रही थी स्थिति
बता दें कि सपा ने यह चुनाव पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यकों के साथ लड़ने की बात कही थी। लेकिन, पल्लवी पटेल का दावा है कि सपा ने पिछड़े और अल्पसंख्यकों को टिकट ही नहीं दिया है। उनकी नाराजगी को देखते हुए अखिलेश यादव ने साफ शब्दों में कहा था कि अपना दल (के) 2022 में सपा के साथ गठबंधन में था। 2024 में हमारा उसके साथ गठबंधन नहीं है। इसके बाद से ही पटेल नया विकल्प तलाश रही थीं।
पल्लवी पटेल की अपना दल (कमेरावादी) और ओवैसी की AIMIM ने लोकसभा चुनाव के लिए मिलाया हाथ
Pallavi Patel | #PallaviPatel | Asaduddin Owaisi | #AsaduddinOwaisi | #AIMIM pic.twitter.com/WCjpxQzJYW
— News24 (@news24tvchannel) March 31, 2024
क्यों बढ़ा अखिलेश और पल्लवी में मतभेद
पल्लवी पटेल अपना दल के संस्थापक डॉ. सोने लाल पटेल की बेटी हैं और यूपी की सिराथू विधानसभा से विधायक हैं। पल्लवी सपा से मिर्जापुर, फूलपुर और कौशांबी जैसी सीटें मांग रही थीं लेकिन अखिलेश ने मिर्जापुर से अपना प्रत्याशी उतारकर उन्हें संकेत दे दिया था कि ऐसा नहीं होगा। बता दें कि राज्यसभा चुनाव में पल्लवी पटेल ने सपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान नहीं किया था। तब से दोनों नेताओं के बीच मतभेद और भी बढ़ गया था।
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