2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर हिंदू वोट बैंक पर सियासी जोर आजमाइश जारी है। इस बार मुद्दा कावड़ यात्रा है। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कावड़ यात्रा की तैयारी की जा रही है, वहीं रास्ते में पड़ने वाले होटल और ढाबों पर मिलने वाले खाने की शुद्धता की जांच की जा रही है। खाना बेचने वालों को नेम प्लेट लगाने की हिदायत दी जा रही है, जिससे कावड़ यात्रियों को इस यात्रा के दौरान शुद्ध और शाकाहारी भोजन मिल सके।
वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि सरकार अगर कावड़ यात्रा के लिए इतनी ही संजीदा है, तो अभी तक कावड़ यात्रियों के लिए कोई ऐसा कॉरिडोर क्यों नहीं बनाया गया, जिससे कावड़ यात्री आराम से और सुरक्षित तरीके से अपनी इस धर्म यात्रा को पूरा कर सकें।
अखिलेश बोले—2027 में सपा की सरकार आएगी तो बनेगा कावड़ यात्रा कॉरिडोर
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि 2027 में जब समाजवादी पार्टी की सरकार आएगी, तो कावड़ यात्रियों के लिए एक बेहद साफ-सुथरा और सुरक्षित कावड़ कॉरिडोर बनाया जाएगा। साथ ही, कॉरिडोर के दोनों तरफ जो खाने के ढाबे और होटल होंगे, उन्हें भी बेहतर किया जाएगा।
सरकार बोली—हम बरसाते हैं फूल, और ये बरसाते थे लाठियां
अखिलेश यादव के इस हमले पर योगी सरकार की तरफ से भी करारा जवाब आया। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हमारी सरकार हर साल कावड़ यात्रियों पर फूल बरसाती है और इस बार भी कावड़ यात्रियों पर पुष्प वर्षा की जाएगी। लेकिन जब अखिलेश यादव की सरकार थी, उस वक्त कावड़ यात्रियों पर लाठीचार्ज किया जाता था, उन्हें पीटा जाता था और वह वक्त कोई भूला नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया कावड़ यात्रा रूट का हवाई सर्वेक्षण
कावड़ यात्रा पर सियासत के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कावड़ यात्रा के पूरे रूट का हवाई सर्वेक्षण किया। अधिकारियों को आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए गए और यह भी कहा गया कि कावड़ यात्रा शुरू होने के साथ कावड़ यात्रियों पर पुष्प वर्षा की जाए।