Gyanvapi Survey: ज्ञानवापी सर्वे का आज छठा दिन है। परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) टीम परिसर में पहुंच चुकी है। एएसआइ टीम का आज का सर्वे व्यास जी के कमरे और पश्चिमी दीवार के पास जमा मलबे से शुरू हुआ है। वहीं, जानकारी मिली है कि आज तहखाना भी खुल सकता है।
सर्वेक्षण के लिए ASI की एक टीम वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पहुंची गई है और सर्वे का काम शुरू कर दिया है। एएसआई ने आईआईटी कानपुर से ज्ञानवापी सर्वे के लिए मदद मांगी है। आईआईटी के पास आधुनिक रडार हैं। जिसकी मदद से सर्वे में ज्ञानवापी परिसर का नए सिरे से अध्ययन किया जाएगा। जीपीआर की मदद से खोदाई किए गए जमीन के नीचे का सच जाना जा सकता है।
खुल सकता है तहखाना
ज्ञानवापी का तहखाना आज खोला जा सकता है। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वैज्ञानिक सर्वेक्षण पर हिंदू पक्ष की याचिकाकर्ता रेखा पाठक ने बताया कि आज ‘तहखाना’ खुल सकता है। हम सर्वेक्षण को लेकर बहुत उत्साहित हैं। सुबह उठना और ड्यूटी पर जाना हमारी दिनचर्या बन गई है। हमारा काम निगरानी करना है।
बढ़ाई गई सुरक्षा
इस बीच ज्ञानवापी परिसर के बाहर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। बाहर भारी पुलिस बल का जमावड़ा है। एएसआई की टीम ने सोमवार को पश्चिमी दीवार का गहन सर्वे किया था। दीवार पर बने निशान, रंगाई-पुताई में इस्तेमाल सामग्री, ईंट-पत्थर के टुकड़े के नमूने लिए गए हैं। दीवार की चिनाई में इस्तेमाल सामग्री के नमूने भी बतौर साक्ष्य जुटाए गए हैं। हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि पश्चिमी दीवार की जांच से सच सामने आएगा। यह हिस्सा व्यास तहखाने से लगा हुआ है। मां शृंगार गौरी मंदिर तक जाने और निकलने का रास्ता भी इसी तरफ से था। सर्वे में तमाम साक्ष्य मिलेंगे।