Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक ईकोविलेज 1 सोसायटी के बेसमेंट में पानी भरने से डूबी 1 दर्जन से अधिक गाड़ियों के इंजन सीज होने के बाद मामला गर्मा गया है। निवासियों ने आईआरपी हितेश गोयल के खिलाफ ट्वीट कर आरोप लगाया कि उन्होंने डीएलएफ गुरूग्राम में खुद 40 करोड़ का घर खरीदा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों की समस्या का समाधान करने के बजाय वह खुद के बेनिफिट में लगे है। इस पर आईआरपी ने रिप्लाई किया कि वह नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने जा रहे है।
आइए जानते है क्या है पूरा मामला
दरअसल, सुपरटेक बिल्डर के जेल जाने के बाद निवासियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कोर्ट की तरफ से आईआरपी नियुक्त किया गया। निवासियों का आरोप है कि आईआरपी उनकी एक भी समस्या का समाधान करने में सफल साबित नहीं हुए है। बेसमेंट में पानी भरने से गाड़ियां डूब गई। गाड़ियों के इंजन सीज हो गए। कार मालिक को कंपनी ने 2 लाख का खर्चा बताया। इसका खर्च कौन उठाएगा। सोसायटी के बेसमेंट में पानी भरने के मामला अब एफआईआर तक पहुंच गया है।
पहला भरा पानी, फिर पानी को तरसे निवासी
एक तरफ बारिश के दौरान ईकोविलेज 1 सोसायटी के बेसमेंट में इतना पानी भर गया कि गाड़ियां डूब गई। वहीं दूसरी तरफ शनिवार को सोसायटी में पानी की सप्लाई नहीं आने की वजह से निवासी पानी को तरस गए। बंद बोतल और टैंकर का सहारा लेकर निवासियों ने पूरे दिन पानी पिया। पानी की समस्या सोसायटी में आफत बन गई है।
ईडी से जांच की मांग
नेफोवा की तरफ से ईडी को ट्वीट कर मांग की गई है कि आईआरपी की जांच होनी चाहिए। इस मामले में सीबीआई को भी टैग किया गया है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि निवासी एक तरफ सुविधाओं के लिए लड़ रहे है तो दूसरी तरफ उनको कोर्ट के दिशा निर्देश के बावजूद कोई सुविधा नहीं मिल रही है।
सही निशाने पर लगा तीर
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी दीपांकर ने आईआरपी की एफआईआर वाली प्रतिक्रिया के बाद कहा है कि इसका मतलब है कि तीर सही निशाने पर लगा है। इसी वजह से बौखलाहट है। इससे संबंधित संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।