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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

ग्रेटर नोएडा में पानी की बर्बादी रोकने की दिशा में बड़ा कदम, लगेंगे सिम कार्ड आधारित स्मार्ट वाटर मीटर

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए प्राधिकरण ने स्मार्ट वाटर मीटर लगाने का प्लान बनाया है। ये मीटर बिल्डर सोसायटी, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, ग्रुप हाउसिंग, उद्योग और स्कूल-कॉलेज समेत कई आइटी संस्थान और मकानों में लगाए जाएंगे।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Pushpendra Sharma Updated: Jun 4, 2025 21:18
Smart Water Meter
स्मार्ट वाटर मीटर (प्रतीकात्मक फोटो) Pic Credit- Pexels

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से पानी की बचत और जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। प्राधिकरण ने पहले चरण में 5095 स्मार्ट वाटर मीटर लगाने की योजना बनाई है। इसमें आवासीय, औद्योगिक, व्यावसायिक, संस्थागत और आईटी सेक्टर के सभी प्रकार के आवंटियों को शामिल किया गया है। परियोजना के तहत सभी सेक्टरों की लिस्ट तैयार कर ली गई है। मीटर लगाने के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू की जा रही है। प्राधिकरण का मानना है कि स्मार्ट मीटर से जल उपयोग पर नियंत्रण रहेगा और नागरिकों में पानी की बचत को लेकर जागरूकता बढ़ेगी।

सभी श्रेणियों के भूखंडों में होंगे स्मार्ट मीटर

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बीते वर्ष सेक्टर-1 की वेलेंसिया होम्स और सेक्टर-10 की अरिहंत सोसाइटी में वाटर मीटर लगाए गए थे, जिनके सकारात्मक नतीजों के बाद इस योजना को विस्तारित किया जा रहा है। जल विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि प्रथम चरण में 129 बिल्डर सोसायटी, 31 व्यावसायिक प्रतिष्ठान, 64 ग्रुप हाउसिंग, 1072 उद्योग, 51 स्कूल कॉलेज समेत कई आइटी संस्थान और आवासीय मकानों में मीटर लगाए जाएंगे।

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टेक्नोलॉजी से होगी पानी की बचत 

स्मार्ट वाटर मीटर में सिम कार्ड आधारित सेंसर लगे होंगे, जिससे प्राधिकरण को रियल टाइम डेटा प्राप्त होगा। इससे पानी के वास्तविक उपयोग की निगरानी संभव होगी और अनावश्यक बर्बादी पर लगाम लगाई जा सकेगी। इससे न केवल जल की बचत होगी, बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी।

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नहीं बढ़ेगा शुल्क का बोझ

प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि मीटर लगने के बाद भी मौजूदा दरों के आधार पर ही शुल्क लिया जाएगा, जिससे लोगों पर कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ न पड़े। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि पानी की बचत के लिए स्मार्ट मीटरिंग की योजना चलाई जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। यदि यह प्रयोग सफल रहा, तो सभी को इसमें शामिल किया जाएगा।

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First published on: Jun 04, 2025 09:16 PM

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