Uttar Pradesh Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के करीब 17 हजार होम बायर्स 16 साल से अपने घर का इंतजार कर रहे हैं। कई बार धरना प्रदर्शन करने के बाद भी उन्हें फ्लैट नहीं मिल पाया है। गुरुवार को फ्लैट खरीदारों ने सेक्टर-128 जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड (JIL) के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि बिल्डर की लापरवाही के चलते उन्हें अभी भी किराये के फ्लैट में रहना पड़ रहा है।
ईएमआई पूरी होने के बाद भी नहीं मिला घर
दरअसल जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड ने यहां 150 आवासीय टावर बनाने की योजना बनाई। जिसमें 2010 में 17 हजार से ज्यादा खरीदारों ने बुकिंग कराई। 2013-14 से उनको पजेशन मिलना था। खरीदारों का कहना है कि लोन की ईएमआई तक पूरी हो चुकी है। जेपी को फ्लैट का पूरा पैसा तक दिया जा चुका है। लेकिन अब तक हमे फ्लैट नहीं मिले। दिवालिया प्रक्रिया में जाने के बाद NCLT ने सुरक्षा को टावरों का कंस्ट्रक्शन करने की जिम्मेदारी दी।
अनुमति मिलने के बाद भी कार्य नहीं हुआ शुरू
प्रदर्शन के दौरान पुलिस की मौजूदगी में सुरक्षा रियल्टी के CEO अभिजीत गोहिल से फ्लैट खरीदारों की बैठक हुई। जिसमें सभी मुद्दों पर खुलकर चर्चा की गई। अगली बैठक 19 अप्रैल को तय हुई है। जिसमें प्रगति की समीक्षा की जाएगी। फ्लैट खरीददारों ने सुरक्षा रियल्टी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आवश्यक अनुमति मिलने के बावजूद अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है।
4 परियोजनाओं में चल रहा काम
बताया जा रहा है कि मई 2024 में योजना हैंडओवर होने के बाद तीन से चार महीने में निर्माण शुरू करने का वायदा किया गया। वर्तमान में, चार परियोजनाओं कॉसमॉस, क्लासिक, केंसिंग्टन बुले वार्ड और केंसिंग्टन पार्क अपार्टमेंट और हाइट्स – में काम चल रहा है, जिसमें 62 टावर शामिल हैं और 6,067 घर खरीदार शामिल हैं। हालांकि, कॉसमॉस और केंसिंग्टन बुलेवार्ड में 15 टावरों पर काम अभी शुरू होना बाकी है।
NCLT में 15 अप्रैल को सुनवाई
आरोप है सितंबर 2024 में भी सुरक्षा ने निर्माण कार्य शुरू नहीं किया। वादा किया गया था कि आठ महीने में एक-एक टावर का निर्माण करके पजेशन दिया जाएगा। आज अप्रैल-2025 आ गया अब तक निर्माण शुरू नहीं किया गया। ऐसे में कहा तक इंतजार किया जाए। NCLT में 15 अप्रैल को इस मामले में सुनवाई है।