Greater Noida authority: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ किसान एक बार फिर हल्ला बोल सकते हैं। मंगलवार को अखिल भारतीय किसान सभा ने अथॉरिटी पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) परियोजना से प्रभावित किसानों की समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया।
पुनर्वास, पुनर्स्थापना और रोजगार से वंचित
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने कहा कि डीएमआईसी परियोजना के तहत पल्ला गांव की जमीन का अधिग्रहण किया गया। किसानों से सहमति के आधार पर जमीन ली गई। उन्हें पुनर्वास, पुनर्स्थापना और रोजगार के लाभों से अब तक वंचित रखा गया। नियमानुसार 5 लाख रुपये की एकमुश्त राशि भी नहीं दी गई। भूमिहीन किसानों को भी पांच लाख की सहायता नहीं मिली।
आज तक नहीं मिला वाजिब मुआवजा
उन्होंने मंगलवार को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के दफ्तर पर किसानों के साथ धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद सीईओ को संबोधित ज्ञापन एसडीएम जितेंद्र गौतम को सौंपा। किसानों का आरोप है कि उनकी जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया, लेकिन आज तक वाजिब मुआवजा नहीं दिया गया।
किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी
पल्ला गांव कमेटी के अध्यक्ष रोबिन भाटी ने कहा कि किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। प्रभावित परिवारों को न रोजगार मिला और न उचित मुआवजा। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्र प्रधान ने कहा कि वार्ता कर समाधान निकाला जाए। उन्होंने वार्ता के जरिए समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। किसान गबरी मुखिया का कहना है कि किसानों ने ग्रेटर नोएडा के विकास के लिए अपनी जमीन दी है। इसके बाद भी उन्हें उनका वाजिब हक नहीं मिल रहा है।